World Social Media Day Special: कमायी की बात, सोशल मीडिया के साथ, जानिए, कैसे रातों-रात हो सकते हैँ मालामाल
न्यूज टुडे नेटवर्क। आधुनिक युग में सोशल मीडिया हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। दिन हो या रात बच्चे से लेकर जवान और बूढ़े सभी कहीं ना कहीं सोशल मीडिया से जुडे हैं। फेसबुक, व्हाट्सएप, यू ट्यूब, इंस्टाग्राम के आज समय बिताने के काम तो आ ही रहे हैं। दुनियां भर के करोड़ों लोगों को सोशल मीडिया से रोजगार भी मिला है। सोशल मीडिया इंफ्ल्यूएंसर बनकर क्या युवा क्या बच्चे यहां तक की महिलाएं भी रातों-रात मालामाल हो चुके हैं। 30 जून को दुनियां भर में सोशल मीडिया दिवस मनाया जाता है। इस खास मौके पर हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी टिप्स जिनसे आपकी कमायी के द्वार भी खुल सकते हैँ।
घर घर पहुंचा सोशल मीडिया आम जीवन, व्यवसाय से लेकर राजनीति तक प्रचार का बड़ा हथियार बन चुका है। लोग बिजनेस को ऊंचाईयों पर ले जाने के लिए भी सोशल मीडिया का उपयोग जमकर कर रहे हैं। कोविड काल में जब देश दुनियां में सब कुछ बंद था, तब सोशल मीडिया ही एक ऐसा प्लेटफार्म था, जिसके जरिए लोग एक दूसरे से जुड़े रहे। पल पल की खबरें अपडेट होती रहीं, दूर देश में बैठे रिश्तेदारों मित्रों से एक क्लिक में लोग रूबरू होते रहे।
नालेज इंफार्मेशन, स्वास्थ्य, चिकित्सा, नुस्खे, धर्म, व्यवसाय, खेल, राजनीति से लेकर बच्चों के गेम तक आज आम जनजीवन का हिस्सा हैं। सोशल मीडिया से जुड़कर लोग अच्छी खासी कमायी भी कर रहे हैं। कई सोशल मीडिया इंफ्ल्यूएंसर तो लाखों रूपए महीने की कमायी कर रहे हैं। सोशल मीडिया इंफ्ल्यूएंसर को गूगल समेत कई बड़े प्लेटफार्म अपने विज्ञापन से होने वाली कमायी में हिस्सा देता है। यू ट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम की मोनेटाइजेशन पालिसी का हिस्सा बन चुके कई सोशल मीडिया इंफ्ल्यूएंसर्स की जिन्दगी बदल चुकी है।
ऐसे बनें सोशल मीडिया इंफ्ल्यूएंसर
सोशल मीडिया इंफ्ल्यूएंसर बनने के लिए आपको यू ट्यूब, फेसबुक या इंस्टाग्राम पर अपना एक अकाउंट बनाना होता है। यू ट्यूब चैनल, फेसबुक पेज या इंस्टाग्राम आईडी बनाने के बाद आप अपनी पसंद का सब्जेक्ट चुनकर उस पर काम कर सकते हैं। जैसे ट्रेवलिंग, एजुकेशन, स्वास्थ्य, धार्मिक जानकारियां, बिजनेस, गेम्स, घरेलू नुस्खे, फूड ब्लागिंग, संगीत या और भी बहुत कुछ। जिस भी विषय में आपकी रूचि है वो सभी कुछ अपने चैनल पर पब्लिश कर सकते हैं। इसके बाद जैसे जैसे आपके फालोअर्स और सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़ती जाती है। जैसे ही आप यू ट्यूब, फेसबुक या इंस्टाग्राम की मोनेटाइजेशन पालिसी के दायरे में आते हैं, यानि की कमायी के वे मानक पूरे कर लेते हैं जिनका पालन करने की शर्तें ये प्लेटफार्म रखते हैं। वैसे ही आपकी कमायी होना शुरू हो जाती है। यू ट्यूब पर अपना चैनल मोनेटाइज कराने के लिए अभी कम से कम एक हजार सब्सक्राइबर और चार हजार घंटे वाच टाइम आवर की जरूरत पड़ती है। इसके बाद आपका यू ट्यूब चैनल मोनेटाइज हो जाता है। इसी तरह फेसबुक पेज मोनेटाइज कराने के लिए कम से कम दस हजार सब्सक्राइबर और एक हजार घंटे वाच टाइम पूरा करने होते हैं। इसके बाद फेसबुक भी कमायी के रास्ते खोल देता है। इंस्टाग्राम भी इसी आधार पर अपने यूजर्स की आईडी को मोनेटाइज कर देता है।
सोशल मीडिया इंफ्ल्यूएंसर की कमायी
सोशल मीडिया इंफ्ल्यूएंसर की कमायी की बात करें तो भारत में ये हजारों रूपए महीने होना आम बात है। क्योंकि सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंफ्ल्यूएंसर को डालर में पेमेंट करते हैं, इसलिए भारत में वैल्यू के अनुसार कमायी गिनी जाती है। आम तौर पर यू ट्यूब की मोनेटाइजेशन पालिसी के अनुसार शुरूआती दौर में शार्ट वीडियो पर सौ डालर की बोनस मिलता है। वहीं आपके वीडियोज के बीच में चलने वाले विज्ञापन की कमायी का हिस्सा भी इंफ्ल्यूएंसर को मिलता है। हाल ही में यू ट्यूब की मोनेटाइजेशन नीति में हुए बदलाव के अब वीडियो पर आए व्यूज के मुताबिक भी यू ट्यूब इंफ्ल्यूएंसर को पेमेंट देने लगा है। इसके अलावा बड़ी कंपनियों के प्रमोशन से भी इंफ्ल्यूएंसर को कमायी होती है। सफल सोशल मीडिया इंफ्ल्यूएंसर का बड़े ब्रांड अपने प्रमोशन के लिए चुनते हैं। इस काम के लिए उन्हें अच्छा खासा पेमेंट दिया जाता है। आज कई सोशल मीडिया इंफ्ल्यूएंसर इन प्लेटफार्म पर काम करके लग्जरी जिन्दगी जी रहे हैं।