मिशन 2024 की विजय पताका फहराने वाला भगवा प्लान उड़ा देगा विपक्ष के होश, देखें ये खबर

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न्यूज टुडे नेटवर्क। चुनावी हार-जीत की समीक्षा जरूरी होती है मगर राजनैतिक दलों को आगे की तैयारियों का ध्यान रखना भी आवश्यका होता है। यूपी में नगर निकाय चुनाव के बाद सपा, बसपा, कांग्रेस जहां अपनी-अपनी तरह से हार के कारण तलाश रही हैं और दूसरी ओर हालिया चुनाव में प्रचंड जीत से उत्साहित भाजपा विजय के नए लक्ष्य के साथ मैदान में कूद पड़ी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर पार्टी के अंतिम लाइन तक के आम कार्यकर्ता तक सब अपनी-अपनी तरह से 2024 के चुनावी मोर्चे पर डट गए हैं। भाजपा आला कमान का सबसे ज्यादा फोकस 80 लोकसभा सीटें रखने वाले उत्तर प्रदेश पर है, इसलिए पीएम मोदी सहित पार्टी के टॉप नेता सबसे बड़ी आबादी वाले यूपी में अब लगातार दौरे करते नजर आने वाले हैं।

भाजपा ने दिल्ली फतह के लक्ष्य के साथ राष्ट्र व्यापारी चुनावी मुहिम की शुरूआत आज 16 मई से प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक से कर दी है। 16 से 18 मई के बीच राज्य स्तर पर कार्यकारिणी की मीटिंग में भाजपाई रणनीतिकार जुटे नजर आएंगे। इसके बाद 19 से 21 के बीच जिला कार्यसमिति और 22-23 मई को मंडल स्तर पर बैठकें करने पर काम शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा 20 से 30 जून तक पूरे देश में घर-घर जनसंपर्क अभियान चलाने की रणनीति बनाई है, जिसके जरिए भाजपाई टीमें मतदाता परिवारों के सीधे संपर्क में आएंगी। इतना ही नहीं, पार्टी हाईकमान ने सभी लोकसभा क्षेत्रों में 250 विशिष्ट परिवारों से सीधे संवाद स्थापित करने का अलग से वृहद कार्यक्रम भी लांच कर दिया है। पार्टी का लक्ष्य कुछ ही दिन में एक लाख परिवारों से संपर्क स्थापित करने का है।

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सत्तारूढ़ भाजपा की जमीनी तैयारियां दूसरे दलों के लिए सबक हो सकती हैं। हर क्षेत्र में प्रमुख परिवारों से भगवा बिग्रेड का सीधा संवाद कायम करने के अलावा पार्टी जल्द ही सभी लोकसभा क्षेत्रों में व्यापारी, बुद्धिजीवी सम्मेलन के साथ विकास तीर्थ कार्यक्रम भी शुरू करने वाली है। चुनावी होमवर्क को धार देने और कार्यकर्ताओं में नए जोश का संचार करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष भाजपा जेपी नड्डा सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता 51 स्थानों पर जनसभाएं करने वाले हैं। अभियान से पहले 29 मई को पूरे देश में पार्टी प्रचार की विशेष रणनीति के साथ प्रेस कांफ्रेंस करने जा रही है, जिसमें मोदी सरकार की उपलब्धियां सामने रखी जाएंगी। 30 और 31 मई को अलग-अलग राज्यों में पार्टी लीडरशिप बुद्धिजीवी वर्ग के साथ चर्चा करने जा रही है। अलग-अलग कार्यक्रमों में राज्यों के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और केन्द्रीय मंत्री शामिल होने वाले हैं। 

बात विशेष तौर पर यूपी की करते हैं, जहां से दिल्ली की सत्ता में काबिज होने का पहला रास्ता निकलता है। भाजपा के लिए यूपी विजय के मायने बखूबी समझती है, इसलिए पहला फोकस सबसे बड़ी आबादी रखने वाले इसी राज्य पर रखा जा रहा है। अगस्त से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित सभी शीर्ष भाजपा नेता यूपी मथने का काम करने वाले हैं। पीएम मोदी अगस्त से यूपी विजिट शुरू करने वाले हैं। वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वी यूपी और अवध से लेकर बुंदेलखंड तक वह उद्घाटन, लोकार्पण, शिलान्यास कार्यक्रमों के जरिए पहुंचने वाले हैं। वहीं, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह यूपी में संगठनात्मक कार्यक्रमों को लगातार धार देते नजर आएंगे।

यहां बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केन्द्र की भाजपा सरकार के 9 साल का कार्यकाल इसी 30 मई को पूरा हो रहा है। इस अहम मौके पर पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ चुनाव का शंखनाद करने वाले हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, यूपी में विपक्षी दलों कब्जे वाले लोकसभा क्षेत्रों में नड्डा और शाह कार्यक्रम करने वाले हैं। साथ ही संगठन से जुड़े अभियानों के अलावा दलित-पिछड़ों के बीच पकड़ और मजबूत बनाने के अलावा दमदार प्रचार व इलेक्शन मैनेजमेंट का विशेष रोड मैप भी तैयार करने वाले हैं। सत्तारूढ़ भाजपा की लोकसभा चुनाव को लेकर की जा रहीं ऐसी व्यापक तैयारियां उन विपक्षी दलों की नींद उड़ा सकती हैं, जो जिनके यहां जमीनी स्तर पर अभी ऐसी तैयारियों के बारे में युद्ध स्तर पर जुटना तो दूर शायद सोचा भी नहीं गया है।

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