बरेली में तालीम तरबियत : एक आइडिया से कैसे खड़ा करें बिजनेस अंपायर, विशेषज्ञों ने सिखाए मंत्र

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फ्यूचर कॉलेज में आयोजित प्रोग्राम में जुटे अर्थ एवं उद्योग जगत के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के चेहरे

न्यूज टुडे नेटवर्क। बरेली के फ्यूचर कॉलेज में आज तालीम तरबियत कार्यक्रम का 57वां संस्करण आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अर्थ एवं उद्योग जगत के चेहरे जुटे और नई पीढ़ी को विजनेस एवं उद्योग में कामयाबी के फंडे समझाए।

मौलाना आजाद उर्दू यूनिवर्सिटी के पूर्व चांसलर जफर सरेशवाला, मशहूर तकनीकी उद्यमी एवं एजंल इन्वेस्टर वीरेन राना, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन रजनीश कुमार, विजनेस रणनीतिकार एवं सोशल रिफार्मर हरप्रीत कौर, न्यूट्रीशियनिस्ट एवं एंटरप्रेन्योर सिमरन साहनी, मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के सीनियर एग्जीक्यूटिव प्रिथेश सिंह और आर्थिक विशेषज्ञ डॉ. स्वतंत्र कुमार ने अपनी-अपनी तरह से बताया कि किस तरह एक आइडिया से विजनेस अंपायर खड़ा किया जाता है। जी न्यूज की वरिष्ठ पत्रकार शिवांगी ठाकुर ने बताया चॉइस के हिसाब से कैसे करियर बनाया जाता है। कार्यक्रम की शुरूआत में तालीम ओर तरबियत के आयोजक वरिष्ठ पत्रकार एवं उद्यमी डॉ. आशीष गुप्ता और वरिष्ठ समाजसेवी कुलभूषण शर्मा ने देश दुनिया के विशेषज्ञ मेहमानों के स्वागत के साथ की। सभी मेहमानों को मोमेंटो देकर शॉल उढ़ाकर सम्मानित किया गया।

तालीम ओ तरबियत : एक आइडिया से कैसे खड़ा करें बिजनेस अंपायर, विशेषज्ञों ने सिखाए मंत्र

मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी के पूर्व चांसलर जफर सरेशवाला ने कार्यक्रम में मौजूद स्टूडेंट को तालीम तरबियत की मुहिम को लेकर अहम जानकारियां दीं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे, तो गुजरात में मुस्लिमों के शैक्षिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए तालीम तरबियत शुरू की गई थी। बाद ये महसूस किया गया शैक्षिक एवं आर्थिक पिछड़ापन समाज के सभी वर्गों में है। जिसके बाद तालीम तरबियत को और व्यापक करते हुए सभी वर्गों से जोड़ दिया गया। बरेली में यह 57वां संस्करण है। उन्होंने कहा कि शैक्षिक उत्थान से समाज के सभी वर्गों की तरक्की संभव है। शिक्षा ही विकास का पहला मंत्र होती है और इसी के जरिए जीवन में कामयाबी के रास्ते खुलते हैं।

मशहूर तकनीकी उद्यमी एवं एजंल इन्वेस्टर वीरेन राना ने नई पीढ़ी को बताया कि बिजनेस आइडिया को किस तरह जमीन पर उतारा जाता है और किस तरह व्यापार-उद्यम को ऊंचाई पर ले जाया जाता है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन रजनीश कुमार कारोबार-इंडस्ट्री में बैंकिंग सहयोग के बार में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने स्टूडेंट को वो बारीकियां बताईं, जिनके जरिए फंड का इंतजाम आसानी से किया जा सकता है। विजनेस रणनीतिकार एवं सोशल रिफार्मर हरप्रीत कौर ने वर्कशॉप में विजनेस आइडिया को मूर्त रूप देने के तरीके समझाए। स्टूडेंट के मन में जितने भी सवाल आए, उन सभी का जवाब दिया। न्यूट्रीशियनिस्ट एवं एंटरप्रेन्योर सिमरन साहनी ने भावी पीढ़ी को बिजनेस में कामयाबी के लिए प्रोत्साहित किया और सबके साथ इससे जुड़ी बारीकियां साझा कीं। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के सीनियर एग्जीक्यूटिव प्रिथेश सिंह ने देश-दुनिया के आर्थिक उतार-चढ़ाव पर नजर रखते हुए विजनेस को लगातार आगे बढ़ाने के बारे में अहम जानकारियां दीं। वरिष्ठ पत्रकार शिवांगी ठाकुर ने पसंद के हिसाब से करियर बनाने को लेकर विशेष जानकारी दी। आर्थिक विशेषज्ञ डॉ. स्वतंत्र कुमार ने सभी स्टूडेंट को विजनेस प्रबंधन की बारीकियां समझाईं। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप को लेकर महत्वपूर्ण ज्ञान देते हुए कहा कि बेहतर प्रबंधन ही जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाता है। उन्होंने कार्यक्रम का सफल संचालन भी किया। वर्कशॉ के दौरान विशेषज्ञ मेहमान और स्टूडेंट के बीच सवाल-जवाब भी हुए।

इससे पहले स्वागत भाषण में कार्यक्रम के आयोजक डॉ. आशीष गुप्ता ने कहा कि पिछले समय में तालीम तरबियत के मुख्य संयोजक जफर सरेशवाला बरेली में आयोजित पंडित राधेश्याम कथावाचक स्मृति समारोह में शिरकत करने आए थे, तो उनसे बरेली में भी प्रोग्राम की आवश्यकता को लेकर विचार विमर्श हुआ था। उन्होंने सहमति दी तो वरिष्ठ समाजसेवी कुलभूषण शर्मा के साथ मिलकर तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि बरेली जैसे उभरते शहरों में नई पीढ़ी को शिक्षा एवं प्रशिक्षण की बड़ी आवश्यकता है, ताकि क्षेत्र की प्रतिभाएं अपने ही इलाके में तरक्की की नई इबारत लिख सकें। आयोजक डॉ. आशीष गुप्ता और कुलभूषण शर्मा ने कार्यक्रम में शिरकत करने वाले सभी विशेषज्ञों का आभार जताया। कार्यक्रम में दिनेश गोयल, संजय आनंद, संजय कुमार, रवि प्रकाश अग्रवाल, अग्रिम गुप्ता, हिमांशु अग्रवाल, ऐवन शर्मा, डॉ. राजेश शर्मा सहित बरेली की तमाम गणमान्य हस्तियां मौजूद रहीं।