एसआरएमस ग्रुप बरेली कैंसर मरीजों को इलाज में देगा 10% की छूट

एसआरएमएस मेडिकल कालेज ने किया कैंसर विजेताओं का सम्मान
कैंसर विजेताओं ने सुनाए इलाज के दौरान के अपने संस्करण
दिया कैंसर के महामारी न होने की संदेश, न घबराने की अपील
नुक्कड़ नाटक के जरिये दिया कैंसर महामारी से बचाव का संदेश
एसआरएमएस कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में चेयरमैन देवमूर्ति ने कहा कि 2007 में स्थापित इस कैंसर इंस्टीट्यूट को 15 वर्ष हो चुके हैं। इस बीच यहां पर करीब 35 हजार मरीजों का इलाज किया गया। देवमूर्ति जी ने यहां कैंसर का इलाज करवा चुके सभी मरीजों और उनके परिवार वालों के सभी तरह के इलाज पर दस फीसद रियायत देने की घोषणा की। कहा कि यह रियायत अगले वर्ष 31 जनवरी तक मिलेगी। कैंसर आज सबसे तेजी से बढ़ती बीमारियों में से एक है। संतुलित खानपान और जीवनशैली नियंत्रित कर इससे बचा जा सकता है। इसके लिए जागरूकता जरूरी है। मेडिकल कालेज के डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन आदित्य मूर्ति ने कहा कि पूज्य बाबू जी का याद में चेयरमैन एसआरएमएस ट्रस्ट की स्थापना की और उसके जरिये आम लोगों को वाजिब दरों पर विश्वस्तरीय इलाज का संकल्प लिया। कैंसर जैसी महामारी का सफल इलाज कर आज संकल्प पूरे होते देख सुकून मिलता है। मेरा मानना है कि जागरुकता से कैंसर को रोका जा सकता है और अगर कोई इसकी चपेट में आ भी गया तो भी उसका पूरी तरह स्वस्थ होना मुश्किल नहीं है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा.आरपी सिंह ने सभी को भरोसा दिलाया कि कैंसर का जो इलाज मुंबई और दिल्ली जैसे बड़े अस्पतालों में दिया जा रहा है। एसआरएमएस मेडिकल कालेज में वही विश्वस्तरीय इलाज उपलब्ध है। आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर के विभागाध्यक्ष डा.पियूष अग्रवाल ने कैंसर की जानकारी दी और इससे बचाव के उपाय बताने के साथ सेंटर में उपलब्ध तकनीक और उपकरणों की जानकारी दी। डा.रशिका सचान ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस मौके पर मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा.एसबी गुप्ता, डा.महेंद्र सिंह बडोला, डा.अरविंद सिंह चौहान, डा.पवन मेहरोत्रा, डा.आयुष गर्ग, डा.शुभांशु गुप्ता, डीन पीजी डा.रोहित शर्मा, डीन यूजी डा.नीलिमा मेहरोत्रा, कैंसर सेंटर की टीम और सभी विभागाध्यक्ष मौजूद रहे।
