यूपी में रोडवेज बस का सफर हुआ और महंगा, देखें कितना बढ़ा जेब पर बोझ
न्यूज टुडे नेटवर्क। सरकारी बसों के जरिए आवागामन करने वालों पर महंगाई की एक और चोट पड़ी है। राज्य सड़क परिवहन निगम ने साधारण बसों के साथ साथ जनरथ, वातानुकूलित स्लीपर और हाई एंड वोल्वो, स्कैनिया का किराया बढ़ा दिया है। राज्य परिवहन प्राधिकरण के अध्यक्ष एल वेंकटेश्वर लू ने इस सम्बंध में एक दिन पहले ही आदेश जारी कर दिया था। यूपी में 100 किलोमीटर का सफर तय कर अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए यात्रियों को अब 130 रुपए देंगे होंगे। वहीं हाई एंड वॉल्वो/स्कैनिया से 286 रुपए देंगे होंगे।
यूपी में रोडवेज बसों के किराए में प्रति किलोमीटर 25 पैसे तक की बढ़ोतरी की गई है। बढ़ी दरें सोमवार रात 12 बजे से लागू भी कर दीं गई। बसों के किराए में बढ़ोतरी के बाद यात्रियों को प्रति 100 किलोमीटर के 25 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे। लखनऊ से गोरखपुर, वाराणसी, आजमगढ़, मऊ, बलिया, गाजीपुर आदि जिलों का सामान्य बसों का किराया 75 से 100 रुपये, जबकि दिल्ली का किराया करीब 125 रुपये बढ़ जाएगा।
परिवहन विभाग के द्वारा किराया बढ़ाने के बाद यात्रियों को काफी मुश्किलों का कामना करना पड़ेगा। करीब एक सप्ताह पहले राज्य परिवहन निगम प्राधिकरण की बैठक में इसके प्रस्ताव पर मुहर लगी थी। किराए में इस वृद्धि के बाद साधरण बस सेवा का किराया प्रति यात्री प्रति किलोमीटर होगा-1.30 रुपये, जनरथ 3X2 का किराया-1.63 रुपये, जनरथ 2x2 का नया किराया- 1.93 रुपये प्रति किलोमीटर, एसी स्लीपर का किराया- 2.58 रुपये प्रति किलोमीटर, हाई एंड वॉल्वो/स्कैनिया का किराया- 2.86 रुपये प्रति किलोमीटर होगा। परिवहन निगम डीजल की बढ़ती कीमतों, इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार और घाटे का हवाला देकर किराया बढ़ोतरी का प्रस्ताव शासन को भेज रहा था। परिवहन निगम ने तीन साल पहले किराए में बढ़ोतरी की थी। अधिरियों ने किराया बढ़ोतरी के पीछे का हवाला देते हुए बताया कि तीन साल पहले डीजल का दाम 63 रुपये/लीटर था। आज इसकी कीमत 90 रुपये तक पहुंच गई है।