बरेली में अखिलेश विजिट के वक्त सपा में पास पॉलटिक्स, पार्टी में फूटा “टेंशन बम”

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अखिलेश बरेली आए पर स्वागत में यादव नेता नजर नहीं आए

बरेली के किसी यादव नेता को नहीं नसीब हुए एयरपोर्ट एंट्री पास

वीरपाल, महीपाल, शुभलेश, भगवत, सुल्तान रह गए बिन पास के

सिर्फ अताउर, शहजिल, शिवचरण, शमीम को मिला वेलकम अवसर

छुटभैय्ये एयरपोर्ट गेट पर पहुंचे तो जमकर हुई आपस में धक्कामुक्की

मीडिया को देखकर अखिलेश रुके पर धक्का-मुक्की देख आगे बढ़ गए

एमएलसी चुनाव में करारी हार के बाद सपा में शुरू हो गई खींचतान

न्यूज टुडे नेटवर्क । हार और करारी हार के फर्क उन समाजवादियों से पूछे जा सकते हैं, जो इस समय यूपी की चुनावी राजनीति में दोनों तरह के स्वाद चख रहे रहे हैं। हार के भी साइड इफेक्ट समाजावादी बिग्रेड में साफ नजर भी आ रहे हैं। बरेली-मुरादाबाद खंड स्नातक एमएलसी चुनाव में जमानत भी नहीं बचा पाने वाली समाजवादी पार्टी में अंदरखाने नेताओं में टेंशन बढ़ने की खबरें बाहर आ रही हैं। एक दिन पहले ही एमएलसी चुनाव का पिटारा खुला है और आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव बरेली पहुंचे तो समाजवादी बिग्रेड में अंदरखाने पसरा तनाव सामने आ गया। पहली बार ऐसा हुआ कि बरेली का कोई यादव नेता सपा सुप्रीमो के स्वागत को एयरपोर्ट के अंदर एंट्री नहीं पा सका।

औरों की तो बात छोड़ दें तो दिग्गज नेता एवं सपा के राष्ट्रीय सचिव पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव, पूर्व विधायक महीपाल सिंह यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव जैसे बड़े नेताओं को भी अपने नेता अखिलेश यादव का स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट के एंट्री पास नसीब नहीं हो सके। मुरादाबाद में आयोजित एक विवाह समारोह में शिरकत करने जा रहे सपा प्रमुख अखिलेश यादव विशेष विमान से बरेली एयरपोर्ट पहुंचे और यहां से कार में मुरादाबाद रवाना हो गए। खबर पाकर कुछ कार्यकर्ता अपने बाल-बच्चों को लेकर एयरपोर्ट गेट पर पहुंचे भी तो वहां अखिलेश के स्वागत में धक्का-मुक्की हो गई। एयरपोर्ट से निकलते वक्त मीडिया कर्मियों को देखकर अखिलेश ने कार रुकवाई थी मगर समाजवादियों की धक्का-मुक्की के चलते उन्हें मीडिया से बगैर बात किए ही आगे रवाना होना पड़ा। एयरपोर्ट में जाने के लिए बहेड़ी विधायक अताउर रहमान, भोजीपुरा विधायक शहजिल इस्लाम, निवर्तमान जिलाध्यक्ष शिवचरण कश्यप और निवर्तमान महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तान के पास बनवाए गए थे और यही चार चेहरे अखिलेश यादव के स्वागत को एयरपोर्ट में पहले अंदर गए और बाद में उन्हीं के काफिले के पीछे रवाना हो गए। अंदर जाने के लिए पास नहीं बने तो जिले का बाकी कोई नेता अखिलेश के स्वागत को एयरपोर्ट के गेट पर नजर नहीं आया। एंट्री पास से बंचित नेता चाहते तो एयरपोर्ट गेट पर सपा मुखिया अखिलेश यादव के स्वागत में फूलों के हार लेकर खड़े हो सकते थे मगर इससे शायद स्वभाविमान पर चोट लगती, इसलिए कोई वहां नहीं गया। कुछ छुटभैय्ये नेता वहां पहुंचे भी तो उन्हें अखिलेश से मिलना तो दूर, बल्कि सिवाय धक्कों के कुछ प्राप्त नहीं हुआ। समाजवादियों की धक्का-मुक्की ने मीडिया कर्मियों को भी एमएलसी चुनाव में सपा की बड़े अंतराल की हार को लेकर दो सवाल अखिलेश से पूछने का मौका भी नहीं मिलने दिया।

पार्टी कोई भी हो, जब उनके मुखिया आते हैं तो स्वागत में हमेशा नेता और कार्यकर्ता उमड़े दिखाई देते हैं। अब से पहले तक समाजवादी पार्टी में भी हमेशा ये परंपरा निभाई जाती रही है। एक पूर्व जिलाध्यक्ष ने न्यूज टुडे नेटवर्क को बताया कि जब वह संगठन संभालते थे या जब निवर्तमान हुए थे, तो सपा प्रमुख अखिलेश यादव के एयरपोर्ट पर चेंज ओवर के समय स्वागत के लिए तीन-तीन दर्जन नेताओं के पास प्रशासन से बनवाते थे। खेमेबाजी अपनी जगह होती है मगर अपने नेता के स्वागत में पूरी समाजवादी एक दिखनी चाहिए थी मगर आज पहली बार ऐसा नहीं हुआ। क्योंकि प्रशासन से एयरपोर्ट में एंट्री के लिए पास बनवाना पार्टी के मौजूदा संगठन या निवर्तमान संगठन का काम होता है, इसलिए बाकी नेता संगठन से पास बनवाकर घर भिजवाने या पार्टी कार्यालय से पास कलेक्ट करने के मैसेज का इंतजार करते हैं। पूर्व जिलाध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने निवर्तमान संगठन से पास के लिए फोन किया था तो उनसे कहा गया कि प्रशासन ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के स्वागत के लिए सिर्फ चार लोग विधायक उताउर रहमान, शहजिल इस्लाम और निवर्तमान अध्यक्ष- महानगर अध्यक्ष शिवचरण कश्यप व शमीम खां सुल्तानी के पास ही बनाए हैं।

पूर्व में लंबे वक्त बरेली सपा की कमान संभाल चुके समाजवादी चेहरे निवर्तमान संगठन को लेकर अपनी नाराजगी जता रहे हैं। कहा जा रहा है कि अगर प्रशासन चार लोगों के ही पास दे रहा था तो एक भी पास नहीं लिया जाना चाहिए था। सपा के राष्ट्रीय सचिव एवं सबसे लंबे वक्त जिलाध्यक्ष रहे वीरपाल सिंह यादव, पूर्व विधायक महीपाल सिंह यादव, निवर्तमान संगठन में महासचिव डॉ. योगेश यादव, कोषाध्यक्ष प्रमोद यादव एडवोकेट के अलावा पूर्व महासचिव सत्येन्द्र यादव, पूर्व कोषाध्यक्ष रविन्द्र यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष रविन्द्र यादव, पूर्व जिला उपाध्यक्ष संजीव यादव, पूर्व उपाध्यक्ष संजीवर यादव सहित जिले के किसी प्रमुख यादव नेता को एयरपोर्ट एंट्री पास नहीं मिलना शायद दिखाता है कि जिले में समाजवादी पार्टी में अंदरखाने चल क्या रहा है। यादव नेताओं की बात छोड़ भी दें तो पूर्व मंत्री एवं पूर्व जिलाध्यक्ष भगवत सरन गंगवार, पूर्व जिलाध्यक्ष अगम मौर्या, पूर्व महासचिव प्रदीप मौर्या, पूर्व महानगर अध्यक्ष जफर बेग, कदीर अहमद, पूर्व विधायक सुल्तान बेग, विजयपाल सिंह में से भी किसी नेता को सपा प्रमुख अखिलेश यादव से एयरपोर्ट में मिलकर उनका स्वागत करने का मौका नहीं मिला है।  

हालांकि, समाजवादी बिग्रेड में पास पॉलटिक्स को लेकर कई तरह की चर्चाएं तैर रही हैं। कहा ये भी जा रहा है कि एमएलसी चुनाव में सपा उम्मीदवार की जमानत जब्त होने को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव जिले के नेताओं से सवाल-जवाब करते तो कई बातें निकलकर सामने आतीं। एमएलसी चुनाव में बरेली के चुनाव प्रभारी बहेड़ी विधायक अताउर रहमान थे और चुनाव में दाएं-बाएं मैदान में रहकर पूरी कमान निवर्तमान जिला अध्यक्ष शिवचरण कश्यप और निवर्तमान महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी संभालते देखे जा रहे थे। विधानसभाओं में प्रचार ड्यूटी पर नेताओं की अलग-अलग टीमों का ऐलान भी किया गया था मगर चुनाव का पूरा दारोमदार अताउर, शिवचरण और शमीम सुल्तानी पर ही था। चुनाव में करारी हार को लेकर दूसरे नेताओं की तीखी टिप्पणियां अखिलेश के सामने न आएं, हो सकता है इसे लेकर भी एयरपोर्ट एंट्री में अताउर, शहजिल, शिवचरण, शमीम सुल्तानी के नाम रखे गए होंगे। फिलहाल अखिलेश चेंज ओवर के लिए कुछ देर बरेली एयरपोर्ट पर आए और चले गए। पीछे रह गए हैं तो पास पॉलटिक्स के चर्चे, जो बरेली में हर समाजवादी की जुबान पर हैं। कहा जा रहा है कि धड़ेबंदी, गुटबंदी में उलझी बरेली सपा में आगे-आगे देखिए होता है क्या? आगे का इशारा शायद संभावित रूप से जल्द घोषित होने वाला जिला और महानगर संगठन है, जिसके लिए एक से बढ़कर एक दावेदार समाजवादी कैंप में अपने लश्कर सजाकर तैयार खड़े हैं और कुर्सी हथियाने को आपस में रस्सकशी कर रहे हैं।

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