जानिए, बरेली में साक्षी के लिए न्याय मांगने पहुंचे नेताजी का क्यों उतर गया चेहरा, फिर ऐसे सुधारी भूल, देखें वीडियो

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न्यूज टुडे नेटवर्क। दिल्ली के साक्षी हत्याकांड में बरेली कचहरी विरोध जताने पहुंचे नेताजी और उनके साथियों की नारेबाजी सुनकर तब सभी हैरान रह गए जब वे हत्यारे साहिल के ही पक्ष में नारेबाजी करने लगे। जोश में की गयी नारेबाजी के कुछ देर बाद नेताजी को अपनी गलती का एहसास हुआ तो वे सकपका गए। गलती को सुधारते हुए वहां दोबारा साक्षी के हत्यारों को फांसी दो के नारे लगे।

दरअसल गुरूवार को मुस्लिम भाजपा नेता शारिक अब्बासी अपने साथियों के साथ साक्षी हत्याकांड के आरोपी को फांसी देने की मांग लेकर कचहरी पहुंचे थे। यहां शारिक अब्बासी और उनके साथी अचानक साहिल के हत्यारे को फांसी दो के नारे लगाने लगे। जिसने भी यह नारे सुने तो प्रदर्शन कर रहे नेताओं का चेहरा देखने लगे। कचहरी में मौजूद लोगों की हैरत भरी निगाहों को देखकर भाजपा नेता शारिक को अपनी भूल का एहसास हुआ।

नेताजी ने दोबारा फिर साथियों के साथ साक्षी के हत्यारे को फांसी दो के नारे लगाए। उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन प्रशासन को सौंपकर हत्यारे साहिल को फांसी देने की मांग की। बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली में किशोरी साक्षी की चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गयी थी। जिसके बाद से देश भर में हत्यारे साहिल को फांसी देने की मांग को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैँ।

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