बरेली: चार घरों में अचानक मर गईं दस बतख, फिर यहां मच गया बर्ड फ़्लू का शोर

न्यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के बरेली जिले की नवाबगंज तहसील के हाफिजगंज कस्बे के चार घरों में दस बत्तखों के एका-एक तड़प-तड़प कर मरने पर कस्बे में दहशत का माहौल पैदा हो गया। ग्रामीणों ने बत्तखों को उठाकर कूड़े के ढेर पर फेंक दिया। बत्तखों के मरने की सूचना वन विभाग को मिली तो पशु
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बरेली: चार घरों में अचानक मर गईं दस बतख, फिर यहां मच गया बर्ड फ़्लू का शोर

न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के बरेली जिले की नवाबगंज तहसील के हाफिजगंज कस्बे के चार घरों में दस बत्तखों के एका-एक तड़प-तड़प कर मरने पर कस्बे में दहशत का माहौल पैदा हो गया। ग्रामीणों ने बत्तखों को उठाकर कूड़े के ढेर पर फेंक दिया। बत्तखों के मरने की सूचना वन विभाग को मिली तो पशु चिकित्सक के साथ वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मृत बत्तखों के मरने के बारे में जानकारी जुटाई। इस दौरान टीम को दस बत्तख मरने की जानकारी मिली जबकि मौके पर आठ बत्तखें ही मिली। आठों बत्तखों को पीएम के लिए भेजने के साथ ही न मिलने बाली दो बत्तखों के बारे में टीम ने लोगों से दोनो मुर्गियों की जानकारी बुद्धवार तक देने की ताकीद की।

चार घरों में मरी दस बत्तखे

हाफिजगंज कस्बे के रहीम शाह पुत्र रहमान शाह की दो, इमरान अली पुत्र अजमत शाह की तीन, अजमत शाह पुत्र अहमद शाह की तीन व बुंदन शाह पुत्र बाबू शाह की दो बत्तखे एका-एक तड़प-तड़प कर रविवार की रात में मर गई। बत्तखों के मरने पर सभी ने अपनी मृत बत्तखे कड़े की ढेर पर फेक दी।
कूड़े के ढेर पर पड़ी देखी मृत बत्तखें तो मची सनसनी

कूड़े के ढेर पर एक साथ आठ मृत बत्तखे पड़ी होने की जानकारी मिलने पर कस्बे में सनसनी फैल गई और किसी ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी। सूचना मिलने पर वन दरोगा माधौ सिंह वन विभाग की टीम के साथ ही पशुचिकित्सालय से चिकित्सक विनोद कुमार को लेकर मौके पर पहुंचे और बत्तखों के मरने की जानकारी जुटाने के साथ ही सभी को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

दस मेंं आठ बत्तखें मिली मौके पर

वन विभाग की टीम जब मौके पर पहुंची तो उसे सभी बत्तखे मौके पर नही मिली। मौके पर आठ बत्तखें मिलने पर टीम ने गायब दोनों बत्तखों के बारे मे जानकारी जुटाने का प्रयास किया लेकिन सफलता नही मिली। वन दारोगा माधौ सिंह ने बत्तख स्वामियों को गायब बत्तखों के बारे में बुद्धवार तक जानकारी देने की नसिहत दी।

टीम ने माना कीटनाशक फसल को खाने से हुई बत्तखों की मौत

वन दारोग माधौ सिंह ने बताया कि जानकारी के अनुसार सभी बत्तखे एक साथ मरी हैं जबकि वर्ड फ्लू से पक्षी एक साथ नही मरते है। इसमें पक्षी की मौत अंतर से होती है। यहां मरी बत्तखों की मौत तड़प-तड़प कर एक साथ हुई है। ऐसा लगता है कि बत्तखे कीटनाशक लगे किसी खेत में चली गई हैं और उसमें कुछ खा लिया है। बत्तखों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इसमे कारण स्पष्ट हो जाएगा।