COVID-19: डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को कोरोना से बचाने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने की यह तैयारी

मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों में भर्ती किए मरीजों का जल्द ऑपरेशन (operation) करना बहुत जरूरी होता है। परंतु वह मरीज कोरोना संक्रमित (Corona infected) है या नहीं यह पता करना भी आवश्यक है। क्योंकि इससे पूरे मेडिकल स्टाफ (medical staff) को संक्रमण का खतरा रहता है। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग सभी सरकारी विश्वविद्यालयों, चिकित्सा
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COVID-19: डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को कोरोना से बचाने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने की यह तैयारी

मेडिकल कॉलेजों के अस्पतालों में भर्ती किए मरीजों का जल्द ऑपरेशन (operation) करना बहुत जरूरी होता है। परंतु वह मरीज कोरोना संक्रमित (Corona infected) है या नहीं यह पता करना भी आवश्‍यक है। क्योंकि इससे पूरे मेडिकल स्टाफ (medical staff) को संक्रमण का खतरा रहता है। इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग सभी सरकारी विश्वविद्यालयों, चिकित्सा संस्थानों और मेडिकल कॉलेजों के लिए 42 ट्रूनट मशीन खरीद कर देने जा रहा है।

COVID-19: डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को कोरोना से बचाने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने की यह तैयारीट्रूनट मशीन के जरिए कोरोना संक्रमण की जांच एक घंटे में आ जाती है। कोरोना मरीजों की जांच के लिए ट्रूनट मशीनों की मंजूरी आईसीएमआर दे दी है। ताकि कोविड और नॉन कोविड अस्पतालों (Covid and Non Covid Hospitals) में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके।  एक ट्रूनट मशीन (Truenat machine) की लागत 13 लाख 44 हजार रुपये है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 42 ट्रूनेट मशीनों और जरूरी किट के साथ करीब छः करोड़ रुपये का अनुमान लगाया है। इससे कोरोना संक्रमण की जांच तुरंत मिल सकेगी।