IAS EXAM में सितारा बनकर चमकी बरेली की बिटिया अदिति वार्ष्णेय, आल इंडिया 57वीं रैंक की हासिल
रिजल्ट देख फूले नहीं समा रहे परिवार वाले, बधाईयां देने वालों का लगा तांता, पहले ही प्रयास में पास किया आईएएस एग्जाम
न्यूज टुडे नेटवर्क। लक्ष्य पर फोकस हो और एकाग्रता आपके पास हो सफलता आपके जरूर कदम चूमती है। बरेली की बेटी अदिति वाष्र्णेय ने पहले ही प्रयास में सिविल सर्विसेज एग्जाम में देश के अंदर 57वीं रैंक हासिल कर अपने शहर के साथ पूरे रुहेलखंड का नाम रोशन करके दिया है। अदिति बरेली में बिहारीपुर के कपड़ा व्यापारी दिनेश वार्ष्णेय की बेटी हैं और विशप कॉनार्ड स्कूल की छात्रा रही हैं। मां इंदू वार्ष्णेय गृहणी हैं। 30 जून सन 2000 को बरेली में जन्मी अदिति वार्ष्णेय ने इंटर मीडियेट तक की शिक्षा बिशप कॉनार्ड स्कूल से हासिल की।
इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी का रुख किया। जीसस एंड मैरी कॉलेज नई दिल्ली से हॉनर्स की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए कॉलेज में दाखिला तो लिया मगर उनका लक्ष्य तो आईएएस बनने का था और उसके लिए ग्रेजुएशन के साथ ही तैयारी शुरू कर दी थी। अदिति ने फोन पर न्यूज टुडे नेटवर्क को बताया कि उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की गाइडेंस के लिए कुछ समय कोचिंग की और उसके बाद सेल्फ स्टडी पर फोकस करते हुए तैयारी आगे बढ़ाई। शुरू से सोशालॉजी में इंट्रेस्ट था और इसी को सब्जेक्ट बनाकर 2022 में सिविल सर्विसेज एक्जाम दिया। पहला ही प्रयास और पहले ही प्रयास में अदिति ने एग्जाम क्रेक करके दिखा दिया।
मंगलवार को परीक्षा का रिजल्ट आया तो बरेली की वार्ष्णेय फैमिली के यहां दिवाली का माहौल बन गया। बेटी अदिति वार्ष्णेय ने सिविल सर्विसेज एग्जामिनेशन मेन 2022 में ऑल इंडिया 57 वीं रैंक हासिल की। अदिति ने फोन पर कहा कि अपनी सफलता का श्रेय वह मम्मी-पापा और टीचर्स सभी को देती हैं। शुरू से मन में ठान रखा था कि आईएएस बनकर देश और समाज की सेवा करनी है। अपने ऊपर विश्वास था कि जो लक्ष्य तय किया है, उसे पाकर ही रहेंगी। सिर्फ गाइडेंस के लिए कोचिंग की मदद ली थी, परीक्षा की बाकी पूरी तैयारी सेल्फ स्टडी के रूप में रही। दो शब्दों में कहें तो उनकी कामयाबी का एक ही मंत्र है और वो है लक्ष्य पर फोकस और एकाग्रता। बेटी की सफलता का पता होते ही बरेली में व्यापारी दिनेश वाष्र्णेय के यहां बधाइयां देने वालों का तांता लगा है।