बरेली के कांग्रेस जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक बड़ी जालसाजी में फंसे, कागजों में दिखाए दो पिता

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न्यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के बरेली में कांग्रेस जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी जालसाजी के बड़े मामले में फंस गए हैं। आरोप है कि कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने संपत्ति हड़पने के लिए फर्जीबाड़ा कर कागजों में दो अलग-अलग लोगों को अपना पिता दिखा दिया। शिकायत पर पुलिस ने मिर्जा अशफाक के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बरेली में कांग्रेस जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी का कारनामा थाना सिरौली इलाके में सामने आया है। पुलिस दर्ज एफआईआर में शिकायतकर्ता सैयद शाह आलम एडवोकेट ने कहा कि अकबर शाह अल्वी बिरादरी के व्यक्ति थे, जबकि इब्राहिम बेग मुगल समुदाय से संबध रखते थे। अकबर और इब्राहिम की मौत के बाद कांग्रेस जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी ने उनके संपत्तियों को हड़पने के लिए दोनों लोगों को कागजों में फर्जी तरीके से अपना दर्शा दिया और जालसाजी से खुद को दोनों मृत व्यक्तियों का वारिस दिखा दिया। राजस्व अभिलेखों की जांच में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अशफाक सकलैनी की पोल खुल गई। शिकायतकर्ता शाह आलम एडवोकेट ने मामले में कार्रवाई के लिए कोर्ट में दस्तक दी। न्यायालय ने पुलिस को मामले की रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए। थाना प्रभारी सिरौली ने बताया कि मिर्जा अशफाक सकलैनी के खिलाफ कई गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। एफआईआर होते ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी गिरफ्तारी के डर से भूमिगत हो हो गए हैं।

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