योगी की पांच कसौटियों पर बरेली के हाल, निगम की नयी सरकार बुन रही विकास का जाल
न्यूज टुडे नेटवर्क। सूबे में नगर निगमों और निकायों की सरकार अस्तित्व में आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नए मेयरों और नगर पालिका नगर पंचायत अध्यक्षों का काम में जुट जाने का साफ संदेश दे दिया है। योगी की पांच कसौटियों पर खरा उतरकर काम करने वाले नगर निगमों व नगर पालिकाओं को अतिरिक्त धनराशि भी मिलेगी। योगी ने बेहतर सड़क, पेयजल, सेफ सिटी, सुचारू प्रकाश व्यवस्था और आय में आत्मनिर्भरता के मंत्रों पर काम करने के निर्देश दिए हैँ।
बरेली मेयर उमेश गौतम भी मुख्यमंत्री की कार्यशाला से लौटकर एक्शन फार्म में दिख रहे हैँ। बरेली में सीएम योगी पांच कसौटियों पर काम शुरू करने के लिए मेयर ने कवायद शुरू कर दी है। लखनऊ से लौटते ही मेयर ने जल्द बरेली में सथरापुर के सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का टेंडर कराने की बात कही है। योगी की पांच कसौटियों की बरेली में अगर बात करें तो बरेली में पिछले पांच साल भी मेयर डा उमेश गौतम ने तमाम विकास कार्य कराए हैं। स्मार्ट सिटी घोषित होने के साथ ही बरेली में कई परियोजनाओं पर एक साथ काम हो रहा है।
कसौटी-1 बेहतर सड़क
नगर निगम के पिछले कार्यकाल में शहर की कई सड़कों का चौड़ीकरण तेजी से हुआ है। अतिक्रमण को हटाकर शहर की कई सड़कों को चौड़ा किया गया है। अभी भी चौड़ीकरण को लेकर नगर निगम तेजी से कार्ययोजना को अमली जामा पहनाने में जुटा हुआ है। शहर का दिल कहे जाने वाले कुतुबखाना पर ओवरब्रिज बनाने का काम भी शुरू हो चुका है। इस पुल के बन जाने से बाजार में लगने वाले जाम से राहगीरों को काफी राहत मिलेगी। वहीं किला पुल की मरम्मत का काम भी चल रहा है। इसके अलावा सड़क चौड़ीकरण के कुछ नए प्रस्ताव भी हैं जिन पर जल्द काम शुरू होने की उम्मीद जतायी जा रही है।
कसौटी-2 शुद्ध पेयजलापूर्ति
पांच सालों में अमृत योजना के तहत शहर में शुद्ध पेयजलापूर्ति के लिए कई परियोजनाओं पर काम पूरा किया गया है। शहर के भीतर और बाहरी इलाकों में नए ओवरहेड टैंक बनाए गए हैँ, नलकूप और पानी की पाइपलाइन बिछाने के काम भी कई स्थानों पर किए गए हैं। इस काम के लिए नगर निगम की ओर से करोड़ों रूपयों का बजट खपाया गया है। हालांकि अभी भी शहर के कई इलाकों में आबादी को शुद्ध पेयजलापूर्ति मिलने का इंतजार है। अब निगम की नयी सरकार बनने के बाद इन क्षेत्रों की जनता को शुद्ध पेयजलापूर्ति का इंतजार है।
कसौटी-3 सेफ सिटी
बरेली को सेफ सिटी बनाने के लिए नगर निगम ने प्रयास करने में पिछले कार्यकाल में ही कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। नगर निगम कार्यालय में इंटिग्रेटेड कमांड कंट्रोल सिस्टम यानी आई ट्रिपल सी प्रोजेक्ट को शुरू कराया। शहर के तमाम अतिव्यस्त और प्रमुख इलाकों में सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैँ। इन कैमरों से शहर में ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं पर तो नजर रखी ही जा रही है। वहीं कानून व्यवस्था संभालने में भी मदद मिल रही है। हालांकि अभी भी शहर के कई इलाकों में सीसीटीवी कैमरे नहीं लग सके हैँ। अब उमेश गौतम के एक बार फिर मेयर की कुर्सी पर संभालने के बाद यह काम भी जल्द पूरा होने की उम्मीद जतायी जा रही है।
कसौटी- 4 सुचारू प्रकाश व्यवस्था
शहर की सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था सुचारू करने के लिए भी नगर निगम ने पिछले कार्यकाल में बेहतर कार्य किए हैं। बड़ी संख्या में शहर की सड़कों को स्ट्रीट लाइटों से लैस किया गया है। प्रमुख सड़कें शाम और रात के समय जगमगाती दिखायी देती हैँ। इसके साथ गलियों, मोहल्लों और कई कालोनियों में निगम ने रोशनी का इंतजाम किया है। हालांकि अभी भी शहर के तमाम इलाके रात के समय अंधेरे में रहते हैं। जिससे यहां कोई भी अनहोनी की आशंका हमेशा बनी रहती है। इस कार्यकाल में उम्मीद है कि बाकी बचे इलाकों में नगर निगम इस बार प्रकाश व्यवस्था सुचारू करने का काम पूरा कर सकेगा।
कसौटी- 5 आय में आत्मनिर्भरता
आय में आत्मनिर्भर बनने के लिए भी पिछले पांच सालों में बरेली नगर निगम में अथक प्रयास किए हैँ। घरेलू व कामर्शियल भवनों से टैक्स के रूप में नगर निगम ने भारी भरकम आय अर्जित की है। साथ ही अतिक्रमणकारियों और कूड़ा फैलाने वालों से भी निगम ने पांच सालों में अच्छा खासा जुर्माना वसूला है। कई सरकारी संपत्तियों को भी कब्जामुक्त कराकर निगम ने अपने कब्जे में लिया है। अब इस नए कार्यकाल में नगर निगम फिर से अपनी आय बढ़ाने के लिए टैक्स वसूली के लक्ष्य को छूने का प्रयास करेगा।