बरेली: आंवला में दूसरे समुदाय के लोगों ने कांवड़ियों को रोका, नई परंपरा कहकर जताया विरोध
भारी फोर्स के साए में रात 2:30 बजे कांवड़ियों को निकाला, एसडीएम सीओ मौके पर पहुंचे
न्यूज टुडे नेटवर्क। बरेली में शनिवार देर रात माहौल खराब होते होते रह गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लिया। आंवला क्षेत्र के मनौना गांव में दूसरे समुदाय के लोगों ने कांवड़ियों का रास्ता रोक दिया। जिसके बाद कांवड़ियों ने जबर्दस्त हंगामा शुरू कर दिया। कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गयी। रात एक बजे एसडीएम गोविन्द मौर्य और सीओ दीपशिखा भी फोर्स के साथ पहुंची गयीं। माहौल तनावपूर्ण होता देख किसी तरह पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर शांत कराया।
देर शाम गांव के होली चौक से कछला गंगा जल लेने के लिए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हुआ था। ट्रैक्टर ट्राली पर डीजे लगाकर भक्ति गीतों पर थिरकते कांवड़िये जा रहे थे। होली चौक से बाजार जाते समय दूसरे समुदाय के लोग सामने आ गए और नई परंपरा बताकर जत्थे को रोक दिया। दोनों पक्षों के लोग आमने सामने आने से तनाव फैल गया। सूचना पर इंस्पेक्टर आंवला फोर्स के साथ पहुंचे और स्थिति को संभालने का प्रयास किया। पुलिस ने कांवड़ियों का डीजे बंद कराया तो माहौल और गरम हो गया।
कई थानों की फोर्स लेकर एसडीएम और सीओ भी मौके पर पहुंच गए। किसी तरह कांवड़ियों को रात 2:30 बजे गांव से बाहर निकाला गया, लेकिन कांवड़िए फिर उसी रूट से डीजे के साथ जत्था लेकर निकलने पर अड़ गए। अधिकारियों ने काफी समझाया बुझाया लेकिन कांवड़िए फिर डीजे के साथ होली चौक पहुंच गए। हालात बिगड़ते देख अतिरिक्त पुलिस फोर्स को बुलाकर इलाके को छावनी बना दिया गया।
कांवड़ियों का जत्था गांव के एक खुराफाती के कहने पर रोका गया। गांव वालों ने बताया कि राजनीति से जुड़ा हुआ यह व्यक्ति पहले भी गांव का माहौल खराब करने की कोशिश करता रहा है। कांवड़ियों का कहना था कि हर वर्ष इसी रूट से वह कांवड़ लेकर जाते हैं। ऐसे में यह नई परंपरा नहीं है।