बरेली: डिप्टी सीएम तक पहुंचा मामला, बच्चे का खतना करने वाले एम खान अस्पताल का लाइसेंस निलंबित

न्यूज टुडे नेटवर्क। बरेली में तोतलेपन का इलाज कराने पहुंचे बच्चे का खतना करने के मामले में जांच कमेटी ने प्रथम दृष्टया अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेदार मानते हुए लाइसेंस निलंबित कर दिया है। पीड़ित परिवार ने बयान में अस्पताल प्रबंधन पर सही जानकारी न देने की बात कही है। हालांकि, अभी अभिलेखों की जांच बाकी है। दो दिन में जांच पूरी कर विस्तृत रिपोर्ट शासन को भेजने की बात सीएमओ ने कही है।

बरेली के डा. एम खान अस्पताल में तुतलाहट के इलाज को लाए गए बच्चे की जीभ के मामूली ऑपरेशन की जगह डाक्टर ने उसका खतना कर डाला। अस्पताल की लापरवाही का शिकार बच्चा हिन्दू है और ऑपरेशन करने वाले डाक्टर मुस्लिम। कार्रवाई की मांग को लेकर बरेली के हिन्दू संगठन मैदान में उतर आए। अस्पताल से लेकर थाने तक घंटों हंगामा हुआ। मामला डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक तक पहुंचने के बाद विवाद बढ़ता देख प्रशासन ने मामले की जांच कराने को तीन विभागों की ज्वाइंट कमेटी गठित कर दी है।

पीड़ित बच्च्चा बरेली में थाना बारादरी क्षेत्र के मोहल्ला संजयनगर के रहने वाले कारपेंटर हरिमोहन यादव का बेटा है। मां-बाप ने पुलिस को बताया कि उनका ढाई वर्षीय बेटे को तुतलाहट की समस्या थी। उसके इलाज को वह बरेली में स्टेडियम रोड पर संचालित होने वाले डॉ. एम खान हॉस्पिटल में लाए थे। वहां मौजूद मिले डाक्टर को बच्चे की जुबान में आ रही दिक्कत के बारे में बताया गया था। डाक्टर ने उनसे कहा कि छोटा सा ऑपरेशन करने के बाद बच्चा पूरी तरह ठीक हो जाएगा। इसके बाद मेडिकल स्टाफ बेटे को ऑपरेशन थिएटर में ले गया।
यादव दंपति के मुताबिक, ऑपरेशन के बाद जब बच्चे की हालत देखी तो मां-बाप के होश उड़ गए। ऑपरेशन जीभ के नीचे के हिस्से का होना था और मुस्लिम डाक्टर ने उनके बेटे का खतना कर दिया था। इसे लेकर परिवार के लोग आक्रोशित गए और हंगामा शुरू कर दिया। पीड़ित परिवार की सूचना पर हिन्दू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष अरुण फौजी संगठन के तमाम कार्यकर्ताओं के साथ अस्पताल पहुंच गए और गलत ऑपरेशन करने वाले डाक्टर पर कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। टकराव की आशंका से अफसरों को अस्पताल पर दो थानों की फोर्स जुटानी पड़ी। हास्पिटल से लेकर थाने तक शाम से रात तक हंगामा जारी रहा। अस्पताल संचालक डॉ. एम खान आखिर तक सामने नहीं आए तो मामला और तूल पकड़ गया।
हिंजाम जिलाध्यक्ष अरुण फौजी ने कहा कि मुस्लिम डाक्टर ने जानबूझकर हिन्दू बच्चे के खतने का षडयंत्र किया है। उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक संगठन चुप नहीं बैठेगा। वहीं, एसपी सिटी राहुल भाटी ने मीडिया को बताया कि डा. एम खान अस्पताल के खिलाफ पीड़ित परिवार ने कार्रवाई के लिए शिकायत की है। मां-बाप का कहना है कि ढाई साल के बच्चे की जीभ का ऑपरेशन कराने गए थे मगर डाक्टर ने खतना कर दिया। मामले की जांच के लिए प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की कमेटी गठित कर दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है।