बरेली: आरएसएस की कुटुंब प्रबोधन गतिविधि में नारी शक्ति को बताया प्रधान, ये बोले वक्ता...

न्यूज टुडे नेटवर्क। भारतीय संस्कृति में सदैव नारी को ऊपर रखा गया है । नारी के बिना भारतीय संस्कृति की कल्पना व्यर्थ है, भारतीय संस्कृति के संवाहक नारी ही है यह विचार आज मंगलवार को कुटुंब प्रबोधन गतिविधि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बरेली महानगर की ओर से आयोजित कांति कपूर सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में बालिका प्रबोधन कार्यक्रम के अंतर्गत डॉ मीनाक्षी सक्सेना ने व्यक्त किए।

उन्होंने कहा भारतीय संस्कृति का आधार परिवार है और परिवार को संगठित सुसंस्कृत बनाना नारी का कार्य है इसीलिए मां को प्रथम शिक्षिका भी कहा गया है। आज के परिप्रेक्ष्य में नारी सशक्तिकरण की बात होती है लेकिन भारतीय संस्कृति में सदैव नारी का अपना उचित स्थान रहा है। सदैव नाम के आगे राधेश्याम में राधा ही पहले हैं , सीता राम ने सीता जी पहले हैं इस प्रकार भारतीय संस्कृति में सदैव नारी का सम्मान किया है।

इस अवसर पर विभाग संयोजक हरीश यदुवंशी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सदैव से संपूर्ण मानव कल्याण के बात करता है जो कि मातृशक्ति के बिना अधूरा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने परिवार प्रबोधन गतिविधि को आगे रखते हुए समाज परिवर्तन आवश्यक समझा। उन्होंने कहा नारी के ऊपर समाज का उत्तरदायित्व अधिक होता है वह भारतीय संस्कृति की संवाहक है। माता जीजाबाई ने शिवाजी जैसे शूरवीर को हिंदुत्व का पाठ सिखाया जिससे हिंदू साम्राज्य की स्थापना हुई।
लक्ष्मीबाई ने मैं अपनी माटी कभी नहीं दूंगी, के सिद्धांत को अपनाते हुए अंग्रेजों से लोहा लिया और अपने जीवन को इस देश के लिए निछावर कर दिया। रानी पद्मावती ने अपने सतीत्व की रक्षा के लिए जौहर किया जिसे आज पूरा विश्व नमन कर रहा है । प्रधानाचार्य डॉ अर्चना गहलोत ने सभी का आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया और कहा विद्या भारती इस कार्य में सदैव अग्रसर रहती है। इस अवसर पर महानगर संयोजक सुनील सिंह, सह महानगर संयोजक परशुराम वर्मा, महानगर टोली सदस्य प्रथा सक्सेना एवं विद्यालय की छात्राएं व शिक्षिकाएं उपस्थिति रही।