बरेली: राज्यपाल ने कहा- पीएम मोदी ने महिला सशक्तीकरण को दिया बढ़ावा, उद्यमियों को किया सम्मानित

महिला उद्यमी सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

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न्यूज टुडे नेटवर्क। रूहेलखंड यूनिवर्सिटी में सोमवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय में गर्भ संस्कार पाठ्यक्रम शुरू किए जाए। इसके लिए अंक भी निर्धारित किए जाएं। राज्यपाल पटेल महिला उद्यमी सम्मेलन में शिरकत करने के लिए बरेली पहुंची थीं। सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि छात्रों के लिए लैब और पुस्तकालय 24 घंटे खुलें। कार्यक्रम के दौरान रूहेलखंड इंक्यूबेशन फाउंडेशन समेत अन्य परियोजनाओं का डिजिटली उद्घाटन किया। इस मौके पर राज्यपाल ने उद्यमियों का सम्मान भी किया। विश्वविद्यालय पहुंचने पर कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह समेत सभी ने राज्यपाल का स्वागत किया। स्वागत समारोह के दीप प्रज्जवलित कर राज्यपाल ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

घनश्याम खंडेलवाल

इस मौके पर राज्यपाल उद्यमियों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कविशा मोटर्स की शारदा भार्गव, बीएल एग्रो के चेयरमैन घनश्याम खंडेलवाल और उद्यमी दिनेश गोयल समेत कई बड़े उद्यमियों को सम्मानित किया। इस मौके पर राज्यपाल ने किताब का विमोचन भी किया।

दिनेश गोयल

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महिला सशक्तीकरण को लगातार बढ़ावा दिया है। आज हर क्षेत्र में देश की महिलाएं आगे बढ़ रही हें। महिलाएं जिस देश में सशक्त होंगी उस देश का आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है। महिलाओं को स्वयं का विकास परिवार का विकास करना देश का विकास करने का दायित्व उठाना है। समय बदल गया है।

वहीं उन्होंने बच्चों की  शिक्षा को लेकर बताया कि जब बच्चा 3 साल का होता है तो वह आंगनवाड़ी या शिशु मंदिर में शिक्षा ग्रहण करता है। 5 साल का होने के बाद दूसरी जगह शिक्षा ग्रहण करता है। अब पढ़ाई का स्तर बदल चुका है। नेशनल पॉलिसी में काफी बदलाव आया है। शिक्षा में योग-योगा, एक्सरसाइज आदि को शामिल किया जा रहा है। बच्चे को प्रथम शिक्षा मातृभाषा में दी जाए, जिससे उसे ज्ञात रहे और उसे वह समझ सके।

कहा कि मातृभाषा में शिक्षा मिलने से बच्चे को संस्कार मिलेंगे। माता-पिता, दादा-दादी व समाज और देश क्या है इसकी सही जानकारी मिलेगी। वहीं हम लोग बच्चों को खेलने नहीं देते जो गलत है बच्चे को खेलकूद की एक्टिविटी कराना चाहिए। इसके साथ ही खाने-पीने का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।

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