बरेली: चंदा दिया फिर भी भंडारे में नहीं खाने दिया खाना, छूआछूत का लगाया आरोप

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के बरेली से जातिगत भेदभाव और छूआछूत का मामला सामने  आया है। धार्मिक आयोजन के दौरान भंडारा खाने पहुंचे दलित समुदाय के लोगों को अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए भगा दिया गया। मामला बरेली के आंवला क्षेत्र का है। यहां अलीगंज थाना क्षेत्र के राजपुर कलां में भागवत गीता पाठ का आयोजन किया जा  रहा था। जिसमें गांव भर के लोगों से चंदा इकट्टा किया गया था। आयोजन में दलित समुदाय के परिवारों से भी चंदा सहयोग लिया गया था । आरोप है कि भागवत पाठ समापन के मौके पर आयोजित किए गए भंडारे में भोजन करने पहुंचे दलित समुदाय के लोगों को अपमानित करके वहां से भगा दिया गया।

यह धार्मिक आयोजन पूर्व ब्‍लाक प्रमुख रमेश गुप्‍ता के खेत में बने मन्दिर में किया जा रहा था। गांव के ही चंद्रभान ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी। जिसके बाद अब एसडीएम आंवला से मामले में शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की गयी है। बताया गया है कि राजपुर कलां गांव में 20 से 26 जनवरी तक भागवत कथा पाठ का आयोजन किया गया था। जिसमें गांव के ही रोशन मौर्य, सुंदरलाल मौर्य और नन्‍हें मौर्य ने आयोजन की कमेटी में दलित समुदाय के कुछ लोगों के भी नाम लिख लिए। इन लोगों से गांव से चंदा इकट्ठा करने के लिए भी कहा गया।

जिस पर सभी ने गांव से अनाज व चंदा इकट्ठा किया। आयोजन के समापन के मौके पर 27 जनवरी को भंडारे का आयोजन किया जा रहा था। जिसमें दलित समुदाय के लोग भी भोजन करने पहुंचे थे। लेकिन वहां मौजूद कुछ लोगों ने उन्‍हें भंडारा खाने से रोक दिया। आरोप है कि जातिसूचक शब्‍द कहते हुए दलित समुदाय के लोगों को वहां से भगा दिया गया। पूरे प्रकरण में एसडीएम आंवला से शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की गयी है।

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