बरेली: डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने पल्स पोलियो अभियान का किया शुभारंभ, नौनिहालों को पिलायी ड्राप

डोर टू डोर अभियान चलाने को जिले भर में उतरेंगी टीमें

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न्यूज टुडे नेटवर्क। पल्स पोलियो की दवा सुरक्षित और असरदार है । इसके प्रति मिथक और भ्रांतियों को खत्म करके ही पोलियो को दूर रखा जा सकता है। पड़ोसी देशों में पोलियो के वायरस मौजूद हैं, इसलिए एहतियातन भारत के भी हर शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चे को पोलियो से पूर्ण प्रतिरक्षित किया जाना अनिवार्य है । इसलिए प्रत्येक अभिभावक का दायित्व है कि वह अपने बच्चों को पोलियो की दवा अवश्य पिलाएं। उक्त बातें जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेद्वी ने सीएचसी सीबी गंज में  पल्स पोलियो अभियान के शुभारंभ करते हुए कहीं। इस अवसर पर मंत्री डॉ. अरुण कुमार के प्रतिनिधि के रूप में उनके भाई अनिल कुमार सक्सेना, सीएमओ डॉ बलवीर सिंह, ऍमओआईसी डॉ मधु गुप्ता ने बच्चों को पल्स पोलियो की ड्राप पिलाई।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. प्रशांत रंजन ने बताया कि 28 से 5 जून तक घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम पोलियो की दवा पिलाएंगी । पोलियो का टीका नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में भी शामिल है। पल्स पोलियो का ड्रॉप जन्म के समय ही दिया जाता है। इसके अलावा छह, दस और चौदह सप्ताह पर भी यह ड्रॉप पिलाया जाता है । इसकी बूस्टर खुराक सोलह से चौबीस महीने की आयु में भी दी जाती है । भारत सरकार के नेशनल हेल्थ पोर्टल पर 23 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक पोलियो के दो सौ संक्रमणों में से एक संक्रमण अपरिवर्तनीय पक्षाघात (आमतौर पर पैरों में) में बदल जाता है।

ऐसे पक्षाघात पीड़ित में से पांच से दस फीसदी की मौत हो जाती है । ऐसे में इस जटिल बीमारी के प्रति संपूर्ण प्रतिरक्षण अति आवश्यक है। डॉ प्रशांत रंजन ने बताया कि जिले में रविवार को आयोजित बूथ दिवस पर 2823 बूथों पर पोलियो की दवा पिलाई गई। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ हरपाल सिंह, डॉ सी पी सिंह, डॉ मधु गुप्ता, अर्बन हेल्थ कोऑर्डिनेटर अकबर हुसैन, डब्ल्यूएचओ से डॉ पी वी कौशिक, डॉ विजया, ऐडरा से शालिनी बिष्ट, यूनिसेफ़ से आरिफ हसन, नूरुल निशा, जेएस ई के शमीम, चाई से मनीष अग्रवाल, यूएनडीपी से धर्मेंद्र सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।  

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