बरेली की आज की ताजा खबरें,वीडियो देखने के लिए खबर के लिंक पर क्लिक करें

 | 

सीएम योगी बोले, धन अभाव में न रुके इलाज

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धन की कमी से इलाज में दिक्कत को लेकर मिल रहीं शिकायतों पर गंभीर रुख अपनाया है। सीएम योगी ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि धन के अभाव में कहीं पर भी किसी व्यक्ति का इलाज नहीं रुकना चाहिए। मुख्यमंत्री शुक्रवार को गोरखपुर दौरे पर थे और जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। सीएम के सामने जनता दरबार में इलाज और जमीनी मसलों को लेकर लोग ज्यादा शिकायत कर रहे हैं। सीएम ने जमीनी मामलों को प्राथमिकता से निपटाने के साथ लोगों को सरकारी अस्पतालों में बेहतर इलाज की व्यवस्था सुनश्चित करने की हिदायत अफसरों को दी है।

रेस्टोरेंट हमले में वन राज्य मंत्री के भतीजे को जेल

बरेली पुलिस ने वन राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. अरुण कुमार के भतीजे अमित सक्सेना को रेस्टोरेंट में तोड़फोड़ एवं जानलेवा हमले के मामले में गिरफ्तार किया है। अमित के खिलाफ राजेन्द्र नगर के सत्कार रेस्टोरेंट के मालिक ने थाना प्रेमनगर थाने में दर्ज कराई थी। घटना वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। हालांकि रेस्टोरेंट विवाद के अगले दिन दोनों पक्षों में सुलह होने की बात भी सामने आई थी मगर पुलिस ने कड़ा रुख दिखाते हुए कानूनी एक्शन ले लिया। बलवा, रंगदारी, कातिलाना हमले के मामले में गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अमित को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

शहला ताहिर की बर्खास्तगी पर कोर्ट में फैसला सुरक्षित

नवाबगंज, बरेली की बर्खास्त पालिका चेयरमैन शहला ताहिर की याचिका पर सुनवाई पूरी होने के बाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है। पद के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के मामले में राज्यपाल ने पांच माह पहले शहला ताहिर को पद से हटाने का आदेश दिया था। जिसके बाद डीएम ने शहला को बर्खास्त कर एसडीएम नवाबगंज को नगर पालिका का प्रशासक नियुक्त कर दिया था। बर्खास्तगी की कार्रवाई के खिलाफ शहला ने हाईकोर्ट में दस्तक दी थी। अब हाईकोर्ट में शहला की याचिका पर सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला रिजर्व कर लिया गया है। फिलहाल की कई तरह की चर्चाओं के बीच सबकी नजरें हाईकोर्ट की ओर लगी हैं।

बरेली में ड्रग माफिया फैय्याज की कोठी-दुकानें कुर्क

बरेली प्रशासन ने कुख्यात ड्रग माफिया छोटा प्रधान के तस्कर साथी हाजी फैय्याज की आलीशान कोठी, दुकानें और जमीन पर कुर्की की कार्रवाई कर दी है। तस्कर फैय्याज को पिछले दिनों दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तस्कर गैँग के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई थी। डीएम बरेली ने तस्कर फरीदपुर इलाके में स्थित तस्कर फैय्याज की संपत्तियों की कुर्की के आदेश दिए थे। पुंलिस अफसरों ने बताया कि संयुक्त टीमों ने प्रशासन के आदेश पर तस्कर फैय्याज की संपत्तियों को मुनादी के साथ सीज कर दिया है।

फेस्टिव सीजन में भीड़ मैनेजमेंट को बरेली पुलिस तैयार

धनतेरस, दीपावली, भैय्या दूज जैसे त्यौहार करीब देखते हुए अफसरों ने बरेली पुलिस को भीड़ मैनेजमेंट में अभी से जुटा दिया है। त्यौहारों के समय बाजारों में भारी भीड़ उमड़ती है और इसकी वजह से ट्रैफिक समस्या पैदा होती है। एसएसपी बरेली अखिलेश चौरसिया ने शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर फैस्टिव सीजन में भीड़ मैनेजमेंट के टिप्स समझाए। बाजारों के आसपास पार्किंग जोन तय करने के अलावा गलत जगह गाड़ियां खड़ी मिलने पर जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश कप्तान ने दिए। पीक समय में ट्रैफिक कंट्रोल संलाने को यातायात पुलिस टीमें एक्टिव रहने और ड्यूटी प्वाइंट पर पुलिसकर्मियों की मौजूदगी सुनिश्चित करने के लिए लगातार राउंड पर रहने के निर्देश भी एसएसपी ने अफसरों को दिए हैं।

बरेली के पहले मेयर चुने गए राजकुमार अग्रवाल

बरेली की शख्सियत में आज बारी है बरेली के पहले मेयर राजकुमार अग्रवाल की। बरेली के विकास में इन्‍होंने बेहद सकारात्‍मक भूमिका निभायी और अपने कार्यकाल में बरेली की तस्‍वीर बदलने का भरसक प्रयास किया। साल 1989 में बरेली नगर पालिका से नगर निगम बना दी गयी। तब आम जनता मेयर नहीं चुनती थी बल्कि पार्षद विधायक और सांसद मिलकर मेयर को चुनते थे।

शालीन और मृदुल स्‍वभाव होने के कारण वे हर किसी को सहज ही उपलब्‍ध हो जाते थे। लोकप्रियहोने के कारण उस वक्‍त बिना किसी विरोध के ही राजकुमार अग्रवाल को मेयर चुन लिया गया। मेयर बनने के बाद उनके खिलाफ अविश्‍वास प्रस्‍ताव भी लाया गया लेकिन वे फिर बरेली के मेयर चुन लिए गए। वे 1994 तक बरेली के मेयर रहे।

उन्होंने 1989 से 1995 तक पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी, मुलायम सिंह यादव और कल्याण सिंह की सरकारों में नगर निगम चलाया। एक बार उनके पास घरों में गंदे पानी की सप्लाई की शिकायत आई। अभियंता ने बहाना बनाया। तो वह खुद जुबली पार्क वाली टंकी पर चढ़ गए। वहां देखा तो टंकी की जाली खुली थी और उसमें मरे कबूतर पड़े थे। इस पर अफसरों को फटकारा और टंकी की सफाई कराकर जाली बंद कराई।

WhatsApp Group Join Now