मां वैष्णो देवी धाम की तर्ज पर बरेली के इस मन्दिर में बनी है गुफा, सवा क्विंटल चांदी के शिवलिंग स्वरूप में विराजमान हैं भोलेनाथ

नवरात्रि व सावन माह समेत पूरे साल उमड़ता है श्रद्धालुओं का सैलाब

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न्यूज टुडे नेटवर्क। नाथनगरी के नाम से जाना जाने वाला बरेली षहर अपने आप में कई खूबियां समेटे हुए है। चारो दिशाओं से मन्दिरों से घिरा होने के कारण बरेली नाथ नगरी नाम से प्रचलित हैं। यहां भगवान शिव और माता आदि शक्ति के कई प्राचीन और ऐतिहासिक मन्दिर हैं। इन्हीं में से एक है बरेली के संजयनगर इलाके में स्थित मनोकामना मन्दिर। मान्यता है कि इस मन्दिर में मांगी गयी मनोकामना अगर सच्चे दिल से मांगी गयी है तो वह जरूर पूरी होती है। मनोकामना मन्दिर का पूरा नाम मां मनोकामना वैष्णो धाम मन्दिर है। यहां माता वैष्णो देवी के धाम की तर्ज पर एक 70 फिट लंबी गुफा का निर्माण किया गया है। यह गुफा माता वैष्णो देवी धाम की तरह ही श्रद्धालुओं को मां के दर्शन कराती है। नवरात्रि के माह में इस मन्दिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। इसके साथ ही पूरे साल यह मन्दिर श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र बना रहता है। मन्दिर के मुख्य भवन से कुछ दूरी पर ही भैरव बाबा का मन्दिर है।

मनोकामना मन्दिर में भगवान भोलेनाथ के श्रद्धालु भी पूरी श्रद्धा से सिर झुकाते हैं। यहां भगवान भोलेनाथ का करीब सवा क्विंटल का चांदी का शिवलिंग स्थापित है। इस शिवलिंग को 29 अप्रैल 2016 को यहां स्थापित किया गया था। यह शिवलिंग शिवखोड़ी बाबा के नाम से प्रचलित है। इस नाम के पीछे भी कई प्रकार की पौराणिक मान्यताएं हैं, जो इस मन्दिर और शिवलिंग को और भी प्राचीनता प्रदान करती हैं। इस शिवलिंग की भी इस क्षेत्र में काफी मान्यता है। सावन के महीने में श्रद्धालु दूर दराज के इलाकों से आकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं।

नवरात्रि के दौरान इस वक्त सुबह और षाम को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मन्दिर प्रांगण में दिखायी देती है। वहीं दिन भर पूजा पाठ का दौर चलता है। दिन में महिलाओं के जत्थे मन्दिर प्रांगण में भजन कीर्तन करते दिखती हैं। सुबह पांच बजे से ही मन्दिर में नवरात्रि पूजन के लिए श्रद्धालुओं का आना आरंभ हो जाता है। यह क्रम देर रात्रि तक बराबर चलता रहता है।

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