जल्द ही बरेली वालों को नए रंग रूप में दिखेगा मयूर वन चेतना केन्द्र, जानिए, क्या है योजना
न्यूज टुडे नेटवर्क। बरेली के मयूर वन चेतना केन्द्र का कायाकल्प कराने की योजना बना ली गयी है। जल्द ही मयूर वन चेतना केन्द्र अपने नए रंग रूप में बरेली के लोगों के सामने होगा। बता दें कि पीलीभीत बाईपास पर एयरपोर्ट के पास मौजूद मयूर वन चेतना केन्द्र पिछले काफी समय से उपेक्षित पड़ा हुआ है। अभी तक उपेक्षा का शिकार हुए मयूर वन में घास फूस और झाड़ियां उगी हुयी हैं। नयी योजना के तहत अब यहां तुलसी, नीम, एलोवेरा और आंवला जैसे करीब 42 से अधिक प्रजातियों के औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा बच्चों के खेलने के लिए पार्क भी तैयार किया जायेगा।
जिसमें झूले, वाटरफाल समेत अन्य भी कई आकर्षण को बनाने की योजना है। यहां हर्बल गार्डन भी बनेगा। इसके अलावा कई अन्य तरीके की सुविधाओं को भी विकसित किया जायेगा। मयूर वन का कायापलट करने में करीब 8 करोड़ का खर्च आएगा। विभागीय तौर पर कायापटल का इस्टीमेट भी तैयार कर लिया गया है।
शहर में बड़े क्षेत्र में हरियाली वाले मयूर वन चेतना केंद्र को संवारने का प्रोजेक्ट वन मंत्री डा. अरुण कुमार की प्राथमिकता में शामिल है। इसका कायाकल्प करने की कवायद लगभग छह माह से चल रही है। अफसरों ने मंत्री की मंशा के अनुरूप प्रोजेक्ट तैयार कर लिया है। वन विभाग के अफसरों द्वारा तैयार प्रोजेक्ट में पेड़ों को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। वन विभाग के अफसरों का कहना है कि शहर में पार्क आदि के लिए फंड बीडीए के जरिए ही जारी होता है। इसलिए आठ करोड़ का यह एस्टीमेट भी बीडीए को भेजा गया है।
वन अफसरों का कहना है कि विशेषज्ञों की मदद से मयूर वन चेतना केंद्र के कायाकल्प के लिए 8 करोड़ का एस्टीमेट तैयार कर बरेली विकास प्राधिकरण को भेजा गया है। बजट को मंजूरी मिलने के बाद सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाना है। जीर्णोद्धार के लिए जो खाका तैयार किया गया है उसमें ख्याल रखा गया है कि पेड़ों को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंचे।