बरेली में समाजवादियों को अपने ‘मेयर’ की तलाश, अभी तो इन चेहरों से आस
बरेली में मेयर चुनाव की तैयारियों को जायजा लेंगे प्रभारी बृजेश यादव, 13 अगस्त को समाजवादियों की मंत्रणा बैठक
-पूर्व मेयर डॉ. आईएस तोमर और सुप्रिया ऐरन महानगर में सपा की बड़ी ताकत
-वरिष्ठ नेता डॉ. अनीस बेग का नाम भी मेयर चुनाव के लिए तेजी से उभर रहा
-अनुसूचित रिजर्व होने की स्थिति में विजयपाल की बहू डॉ. हर्षा सिंह भी चर्चा में
न्यूज नेटवर्क टुडे/ बरेली के चुनावी दंगलों में घाटे पर घाटा उठाती आ रही समाजवादी पार्टी अब मेयर सीट पर नजरें जमा रही है। मेयर सीट सामान्य रहेगी या पिछड़ा, दलित और महिला, सपा हर स्थिति के लिए आस्तीनें चढ़ा रही है। पूर्व मेयर डॉ. आईएस तोमर और सुप्रिया ऐरन के अलावा वरिष्ठ नेता डॉ. अनीस बेग और पूर्व विधायक विजयपाल के परिवार रूप में पार्टी के पास ऐसी राजनैतिक चौकड़ी मौजूद है, जिनमें से कोई भी मेयर चुनाव में अपनी ताकत बखूबी दिखा सकते हैं। मेयर का आरक्षण गणित कैसा होग, अभी कोई नहीं जानता। तैयारियां मजबूती से जारी रहें, इसके लिए समाजवादियों की मंत्रणा बैठक 13 अगस्त को बरेली में होने जा रही है।
बरेली मेयर चुनाव की तैयारियों को चाक-चौबंद रखने की जिम्मेदारी सपा आला कमान ने सहसवान के युवा विधायक बृजेश यादव को सौंपी है। बृजेश यादव पूर्व विधायक ओमकार सिंह यादव के सुपुत्र है। परिवार किसी भी काल और परिस्थिति में चुनावी जीत दर्ज करता आ रहा है। बृजेश को बरेली मेयर चुनाव का प्रभारी बनाए जाने से समाजवादी उत्साहित हैं। अमरोहा के पूर्व मंत्री महबूब अली पहले से ही बरेली में समाजवादी सदस्यता अभियान में बतौर प्रभारी पूरी जान लगा रहे हैं। बरेली के दोनों समाजवादी प्रभारी 13 अगस्त को सपा कार्यालय पर निगम चुनाव और सदस्यता अभियान को लेकर मैराथन बैठक करने वाले हैं।
पार्टी सूत्र बताते हैं कि मौजूदा वक्त में सपा के चार बड़े चेहरे मेयर दावेदार के रूप में सामने है। पहला नाम वरिष्ठ समाजवादी नेता डॉ. आईएस तोमर का है, जो दो बार बरेली के मेयर रह चुके हैं। डॉ. तोमर पहला चुनाव निर्दलीय जीते थे और बाद में सपा में शामिल हो गए। इसके बाद उन्होंने सपा प्रत्याशी रूप में परचम लहराया था। सुप्रिया गौतम बाद में कांग्रेस की टिकट पर मेयर चुनाव जीती थीं। पिछले विधानसभा चुनाव में वह पूर्व सांसद पति प्रवीण सिंह ऐरन के साथ कांग्रेस छोड़ सपा में शामिल हो गईं और कैंट से चुनाव लड़ी थीं। करीबी मुकाबले में वह विधानसभा चुनाव हार जरूर गईं मगर बरेली की राजनीति में ऐरन दंपति की ताकत के बारे में सभी जानते हैं।
बरेली मेयर सीट का आरक्षण गणित अभी तक पिछड़ा, महिला सामान्य और सामान्य के रूप में तय होता रहा है। सीट एक बार भी अनुसूचिति रिजर्व नहीं हुई है। इसे देखते हुए आगामी मेयर चुनाव को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। मेयर का आरक्षण अबकी जैसा भी हो, समाजवादी पार्टी पूरी ताकत से मैदान में उतरना चाहती है। यही वजह है कि सपा हाईकमान ने पहले ही मेयर चुनाव के लिए विशेष चेहरे को प्रभारी बनाकर बरेली में अपना होमवर्क शुरू करा दिया है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि पार्टी के पास बड़ी राजनैतिक शख्सियत के रूप में पूर्व मेयर डा. आईएस तोमर और सुप्रिया ऐरन ऐसे दो चेहरे हैं, जो जनरल, पिछड़ा और सामान्य महिला रिजर्व सीट होने पर अपना लोहा मनवा सकते हैं। इन दो चेहरों के अलावा एक नाम वरिष्ठ नेता डॉ. अनीस बेग का भी है, जो दावेदारों की लाइन में है। डॉ. बेग पूर्व विधायक सुल्तान बेग के भाई हैं और पूर्व में बरेली शहर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। सपा ने आखिरी समय में उनका टिकट कैँट सीट से काट दिया था तो वह अब मेयर चुनाव लड़ने की पूरी तरह से तैयारी में हैं।
पार्टी रणनीतिकारों का कहना है कि बरेली मेयर सीट यदि अनुसूचित रिजर्व होती है तो सपा चुनाव लड़ने के लिए फरीदपुर के पूर्व विधायक विजयपाल सिंह का नाम सामने आता है। विजयपाल फरीदपुर की राजनीति में सक्रिय जरूर है मगर उनके चिकित्सक पुत्र डॉ. अजयपाल सिंह की पत्नी डॉ. वर्षा सिंह जैसा चेहरा भी है। पार्टी में ये कुछ ऐसे नाम हैं, जिनकी चर्चा मेयर चुनाव को लेकर सबकी जुबान पर है। चुनावी तैयारियों को और स्पीड देने के लिए प्रभावी विधायक बृजेश यादव 13 अगस्त को सपा कार्यालय पर प्रमुख समाजवादियों के साथ लंबी मंत्रणा करने वाले हैं। क्योंकि अभी पार्टी का जिला संगठन तय नहीं है, इसलिए निवर्तमान पदाधिकारी चुनावी प्रभारी के साथ सामंजस्य बिठाकर तैयारियों को अमलीजामा पहनाने की कोशिश में लगे हैं।