बरेली में पसमांदा समाज की रैली के सियासी संदेश...जानें किसने क्या कहा
न्यूज टुडे नेटवर्क/ बरेली में रविवार को आयोजित पसमांदा धन्यवाद रैली के मंच से शांति, भाईचारा और तरक्की की आवाज उठी। राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप, राज्यमंत्री दानिश अंसारी ने रैली में भाग लिया और डबल इंजन सरकार में बगैर भेदभाव सबका साथ सबका विकास का संकल्प दोहराया।
महानगर के नेहरू युवा केन्द्र में आयोजित पसमांदा समाज की रैली में भारी भीड़ जुटी। रैली को सम्बोधित करते हुए राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि डबल इंजन सरकार देश और प्रदेश को हर क्षेत्र में आगे ले जा रही है। बगैर भेदभाव सबके लिए शिक्षा के बेहतर अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सरकार के सहयोग से मुस्लिम समाज के बच्चे भी नौकरी, रोजगार हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। सरकार पिछड़े मुस्लिमों को मुख्यधारा में लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। विरोधी पार्टियां मुस्लिमों को गुमराह करने के लिए गलत बातें प्रचारित करती हैं, जिनसे सबको सावधान रहना है। 2024 में फिर केन्द्र में भाजपा की सरकार बनेगी। पसमांदा समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष आतिफ रशीद ने रैली के मंच से कहा कि मुस्लिम समाज जागरुक होकर अपने भले-बुरे का फैसला करने में सक्षम है। जो हमारा साथ देगा, हम उसके साथ खड़े होंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस तरह से पसमांदा समाज के हक की आवाज उठाई है, उसके लिए हम रैली के माध्यम से धन्यवाद दे रहे हैं। पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने कहा किह देश और प्रदेश सरकार सबका साथ सबका विकास करने का काम कर रही हैं। दूसरी पार्टियों की जब सरकारें थीं, तो उस वक्त ऐसा नहीं होता था। गैर भाजपा सरकारों की गलत नीतियों से देश और प्रदेश का बहुत नुकसान हुआ। अब मोदी-योगी के नेतृत्व में विकास स्पीड पकड़ रहा है।
कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि सपा-बसपा व कांग्रेस ने हमेशा समाज को बांटने का काम किया। मुस्लिमों को गुमराह कर उनके वोट तो हासिल किए मगर उनकी तरक्की के लिए कुछ नहीं किया। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बगैर भेदभाव सबके विकास और सबकी खुशहाली के लिए जुटी है। उन्होंने पसमांदा समाज की रैली में उमड़ी भीड़ को बड़े बदलाव का संकेत बताते हुए कहा कि मुस्लिम बच्चों को बेहतर शिक्षा, रोजगार, नौकरी सरकार का लक्ष्य है और मदरसा सर्वे भी इसी कड़ी का हिस्सा है। आजादी की लड़ाई हिंदू, मुस्लिम, सिख सभी ने मिलकर लड़ी थी। पीएफआई की सोच समाज और देश को बांटने वाली थी, इसलिए उस पर प्रतिबंध लगाया गया। रैली में पसमांदा समाज के नेता अच्छन अंसारी समेत बरेली जिले के कौने-कौने से आए बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।