अब एक डिवाइस रोकेगी नींद के खर्राटे, जानिए, बीएचयू ने ये क्‍या नया आविष्‍कार कर डाला

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। रात में नींद के बीच आने वाले खर्राटों से अब नींद खराब नहीं होगी। अगर तेज खर्राटों से परेशान हैं तो ये नयी मशीन आपके या आपके साथी के लिए तैयार की गयी है। वाराणसी के काशी हिन्‍दू विश्‍वविद्यालय बीएचयू ने खर्राटे रोकने वाली यह मशीन ईजाद की है। रात में सोते समय इसे जबड़े के पास लगाकर सोने से नाक का बजना बंद हो जाएगा। वहीं अगर लगातार छह महीने तक कोई व्‍यक्ति इस मशीन को लगाकर सोता है तो उसे जीवन में फिर कभी खर्राटे की समस्‍या नहीं होगी। IMS-BHU के ट्रॉमा सेंटर स्थित फैकल्टी ऑफ डेंटल मेडिसिन और डिपार्टमेंट ऑफ चेस्ट एंड टीबी डिजीज में बीते 7-8 साल से इस मसले पर रिसर्च चल रहा था और अब मशीन को तैयार किया गया है। 

डिवाइस तैयार करने वाली रिसर्च टीम का हिस्सा रहे डेंटल फैकल्टी के प्रोफेसर टीपी चतुर्वेदी ने कहा कि यह संकाय में चेस्ट विभाग के डॉक्टरों के साथ मिलकर बनाया गया है। इसे अप्लायंस भी कहा जाता है। अभी तक खर्राटे का इलाज कराने में आपको डेढ़ से 2 लाख रुपए की मोटी रकम चुकानी पड़ती है। मगर, इस मशीन को लगवाने का खर्च महज 20 हजार रुपए आएगा। यानी कि नाक बजने का इलाज अब करीब 10 गुना कम हो जाएगा। 

6 महीने तक जबड़े में फिट रहेगी मशीन

प्रो. चतुर्वेदी ने कहा कि श्वांस लेने में जब बाधा होती है तो नाक बजने लगते हैं। जब आप इस मशीन को जबड़े में फिट कर देंगे तो श्वांस नली में ऑक्सीजन की सप्लाई में कोई बाधा नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि हमने पेटेंट के लिए अप्लाई किया है। इसलिए, अभी इसके मैकेनिज्म या तकनीक के बारे में कोई जानकारी नहीं शेयर कर सकते हैं। हम अगले 6 महीने में मरीजों का इलाज शुरू कर देंगे। प्रो. चतुर्वेदी ने बताया कि अस्पताल में कई मरीजों पर इसका सफल परीक्षण किया जा चुका है।

 

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