जानिए, बरेली में क्यों भड़की आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कर दिया कलेक्ट्रेट की ओर पैदल मार्च, फिर क्या हुआ
न्यूज टुडे नेटवर्क। बरेली में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अपनी समस्याओं को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। 47वें आईएसडीएस स्थापना दिवस को कार्यकत्रियों ने सम्मान बचाओ दिवस के रूप में मनाया। शनिवार को बड़ी संख्या में दामोदर स्वरूप पार्क में इकट्ठा होकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अपनी समस्याओं को बताया और प्रशासन से समस्याओं के निस्तारण की मांग की। धरना प्रदर्शन के बाद कार्यकत्रियों ने कलेक्ट्रेट की ओर पैदल मार्च कर दिया। कलेक्ट्रेट में अपनी मांगों का ज्ञापन एसीएम फर्स्ट तृप्ति गुप्ता को सौंपा।
धरना-प्रदर्शन करने आई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने बताया कि दिन व दिन महंगाई बढ़ती जा रही है। देश में सबसे कम मानदेय प्रदेश की आंगनबाड़ी कर्मचारियों को दिया जा रहा है। जिसमें किसी भी घर या परिवार का खर्च चलाना असम्भव है। साथ ही बिना पेंशन या अन्य कोई बेनीफिट दिये भारी संख्या में 62 वर्ष की कर्मचारियों के जबरन रिटायर करने से एक तरफ उनके हाथ में भीख का कटोरा है। तो दूसरी तरफ अनेक ऑगनबाडी केन्द्रों पर पद रिक्त हो गये हैं, जिनका काम बेगार के रूप में दूसरे कमचारी पर डाल दिया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रमोशन प्रक्रिया की पारदर्शी तरीके से जल्द पूरा करने की बजाय सरकार इसे लम्बित रख भ्रष्टाचार का बढ़ावा दे रही है। इसके अलावा नियम विरूद्ध तरीके से सरकार आंगनबाड़ी कर्मचारियों का हक मारकर सीधी भर्ती करने की योजना बना रही है, जिससे योग्य व उच्च शिक्षत, अनुभवी वर्कस में घोर निराशा है। सबसे बड़ी समस्या कम राशन मिलने तथा उसे समूह के माध्यम से दिये जाने से वह बेहद परेशान है, उन्हें रोज-रोज अपमानित होना पड़ रहा है। साथ ही आये दिन उनके साथ मारपीट हो रही है। बिना संशाधन व नेटवर्क, डाटा आदि दिये तथा बिना कई सहायता के विभागीय अधिकारी जबरन ऑनलाईन फीड़िंग कराने के लिए दबाव, धमकाने का काम किया जा रहा है।