परिषदीय स्कूलों में बदलेगा एग्जाम का पैटर्न, जानिए, क्या है शिक्षा विभाग की योजना
न्यूज टुडे नेटवर्क। परिषदीय स्कूलों में टर्म व अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं नहीं कराई जाएंगी, जबकि कैलेंडर में परीक्षा निर्धारित होने के कारण स्कूलों में तैयारियां भी कराई जा रही हैं, लेकिन शासन ने इस बार सीधे वार्षिक परीक्षा कराने का निर्णय किया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक निपुण असेसमेंट टेस्ट (एनएटी) करवाए जा रहे हैं।
विभाग के अधिकारियों के अनुसार स्कूलों में लगातार बच्चों के शैक्षिक विकास का आकलन किया जा रहा है। निपुण असेसमेंट भी 8 वीं तक की कक्षाओं का कराया जा रहा है। ऐसे में बच्चों पर अधिक दबाव पड़ेगा । इसे देखते हुए अब आठवीं तक ऑनलाइन परीक्षाएं करवाई जा रही हैं।
निपुण भारत अभियान के अंतर्गत ट्रेनर द्वारा जनपद स्तर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एनएटी में विभाग और शिक्षकों की व्यस्तता के कारण भी अभी तक अर्द्धवार्षिक और टर्म परीक्षाएं नहीं हो पाई हैं। ऐसे में अब इन परीक्षाओं के बजाय सीधे वार्षिक परीक्षा करवाने का फैसला किया गया है।
शिक्षक भी परीक्षाओं का दबाव कम करने के पक्ष में हैं। इस साल शैक्षिक कैलेंडर के मुताबिक अगस्त के अंत में होने वाली टर्म 1 व अक्टूबर माह के अंत में होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं अभी तक नहीं हुई हैं। बीएसए विनय कुमार ने बताया कि जनपद में एनएटी के तहत बेहतर तरीके से परीक्षाएं कराई जाएंगी। वार्षिक परीक्षा के लिए शासन से अभी निर्देश नहीं मिले हैं, लेकिन स्कूलों में तैयारी के दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं।