बड़ा फैसला: अयोध्या में 2024 की मकर संक्रान्ति के दिन विराजमान हो जाएंगे रामलला
श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट की बैठक में लिया गया निर्णय
न्यूज टुडे नेटवर्क। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का कार्य देख रही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है। इस बैठक में कई बड़े निर्णय लिए गए हैं। इसी बैठक में एक बड़ा फैसला लिया गया है। इस फैसले से राम भक्त बेहद खुश हो जाएंगे। जानकारी के मुताबिक 2024 की मकर संक्रांति के दिन रामलला विराजमान होंगे। इसके अलावा राम मंदिर परिसर में 7 और नए मंदिर बनाए जाएंगे। इन मंदिरों को बनाने के लिए सहमति बन गई है। मंदिर के बजट को बढ़ाकर 1800 करोड़ कर दिया गया है। इसके अलावा यह भी बताया गया है कि मंदिर निर्माण का कार्य 40 फ़ीसदी पूरा हो गया है। आगे भी तेज गति से काम किया जा रहा है।
बैठक के बाद राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट की बैठक हुई। हमने राम मंदिर के निर्माण खर्च पर चर्चा की और यह अनुमानित रूप से 1800 करोड़ रुपये था जिसे बाद में बदला जा सकता था। अन्य देवी-देवताओं के स्थान भी तय हुए है। यह बैठक फैजाबाद सर्किट हाउस में आयोजित किया गया था। बैठक के बाद हयाता गया कि इसमें सर्वसम्मति से यह फैसला किया कि राम जन्मभूमि परिसर में हिंदू धर्म से जुड़ी महान विभूतियों और साधु-संतों की प्रतिमाओं को भी स्थान दिया जाएगा।
लंबे अरसे तक सोच विचार और राम मंदिर निर्माण से जुड़े सभी लोगों के तमाम सुझावों पर आज की बैठक में ट्रस्ट से जुड़े नियम कायदों और बाइलॉज को अंतिम रूप दिया गया है। इस बैठक में ट्रस्ट के 15 में से 14 सदस्यों ने हिस्सा लिया जिनमें निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी, उडुपी पीठाधीश्वर विश्व तीर्थ प्रसन्नाचार्य प्रमुख रूप से शामिल थे। राम जन्मभूमि परिसर में भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है और इसके दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जाने का अनुमान है व मंदिर में जनवरी 2024 (मकर संक्राति) तक भगवान राम लला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हो जाने की संभावना है।