बरेली: 30 जनवरी को मनाया जाएगा विश्व कुष्ठ दिवस, 13 फरवरी तक चलेगा स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान
जिले में शैक्षिक संस्थान, ग्राम प्रधान व सभासदों भी करेंगे जनता को जागरूक
न्यूज टुडे नेटवर्क। 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि व विश्व कुष्ठ दिवस को स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के रूप में मनाया जाएगा। इस बार विश्व कुष्ठ दिवस की थीम “आइए कुष्ठ से लड़े और कुष्ठ को इतिहास बनाएं” रखी गई है।बरेली के जिला कुष्ठ अधिकारी डा. सुदेश कुमारी ने बताया कि स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान का उद्देश्य घर-घर तक कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता फैलाना है।
कुष्ठ रोग एक दीर्घकालीन संक्रामक रोग है।
यह जीवाणु माइकोबैक्टीरियम लेप्री के कारण से होता है। यह मुख्य रूप से हाथ-पांव, त्वचा, नाक की परत और ऊपरी श्वसन पथ की नासिका तंत्र को प्रभावित करता है। कुष्ठ रोग त्वचा में अल्सर, तंत्रिका क्षति और मांसपेशियों में कमजोरी पैदा करता है। यदि इसका समय पर उचित इलाज नहीं किया जाए तो इसकी वजह से पीड़ित को गंभीर विकलांगता का सामना करना पड़ सकता है। डा. सुदेश कुमारी ने बताया कि भारत में कुष्ठ के रोगी खोज, उपचार एवं में विकलांगता की रोकथाम के लिए प्रभावी रूप से कार्य किया जा रहा है। 2030 तक सामूहिक प्रयास से हम कुष्ठ रोग को शून्य ट्रांसमिशन तक ले जाएंगे। उन्होंने बताया कि 2021-22 में 343 लोगों का इलाज चल रहा था। वहीं 2022- 2023 में अब तक 207 मरीजों का उपचार चल रहा है।
कुष्ठ रोग के लक्षण-
कुष्ठ रोग के लक्षण कभी भी एक दम से सामने नहीं आते। इसके लक्षण सामने आने में कम से कम 2 से 5 सालों तक का वक्त लग सकता है। दरअसल, माइकोबैक्टीरियम बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करने के बाद यह बहुत धीरे-धीरे बढ़ता है जिसकी वजह से इसके लक्षण कई वर्षों में दिखाई देते हैं।
लक्षण-
-त्वचा पर हल्के रंग या ताबीय रंग के सुन्न दाग धब्बे
-हथेली /पैर के तलवों में सुन्नपन
-त्वचा पर गर्म या ठंडे का एहसास ना होना
-हथेली/ पैरों के तलवे में सुन्नपन/ दर्द रहित घाव या छाले होना
-त्वचा पर गांठे व कान की पाली का मोटा होना
-चलते समय चप्पल का निकल जाना व पैरों का घिसटना
ऐसे फैलता है कुष्ठ रोग
अनउपचारित कुष्ठ प्रभावित व्यक्ति इसे दूसरे व्यक्ति को रोग फैलता है।
30 जनवरी को यह प्रमुख गतिविधियां होंगी
-कुष्ठ जागरुकता पर जिलाधिकारी द्वारा संदेश दिया जाएगा।
-कुष्ठ से प्रभावित व्यक्ति के प्रति भेदभाव को कम करने के लिए सभी सदस्यों से ग्राम सभा प्रमुख अपील करेंगे।
-असमानता/ पक्षपात से मुक्ति के लिए कुष्ठ रोग से प्रभावित/ उपचारित रोगी (वरिष्ठतम) को ग्राम सभा द्वारा सम्मानित किया जाएगा।