बरेली: वार्ड आरक्षण में खामी पर भड़के सपा पार्षद गौरव, डीएम से मुलाकात कर लगायी आपत्ति
न्यूज टुडे नेटवर्क। बरेली नगर निगम के वार्डों के आरक्षण में सपा पार्षद ने धांधली का आरोप लगाया है। सपा पार्षद गौरव सक्सेना ने नियमों की अनदेखी करते हुए वार्डों में आरक्षण लागू करने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को डीएम शिवाकांत द्विवेदी से मुलाकात की। वार्ड आरक्षण पर आपत्ति जताते हुए पार्षद सक्सेना ने कहा कि वर्तमान प्रस्तावित आरक्षण में किसी भी वर्ग मे महिला का आरक्षण गलत तरीके से किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि जब नगर निगम बरेली में 2017 के निकाय चुनाव में वार्ड के आरक्षण में उन वार्डों को महिला आरक्षित नहीं किया गया जो वार्ड पूर्व के 2012 निकाय चुनाव में किसी भी वर्ग हेतु महिला आरक्षित किए गए थे।
जबकि वर्तमान प्रस्तावित आरक्षण में उन वार्डों को भी फिर से महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है जो वार्ड 2017 निकाय चुनाव में किसी वर्ग में महिला हेतु आरक्षित थे। बस उस वर्ग की महिला के अतिरिक्त अन्य वर्ग की महिला हेतु आरक्षित किया गया। जबकि उन सभी वार्डों को 2012 निकाय चुनाव के समान महिला आरक्षण से हटाकर नए वार्डों को महिला आरक्षण हेतु शामिल किया जाना चाहिए था। जब वार्डो के आरक्षण में नगर निगम अधिनियम के अनुसार चक्रानुक्रम आरक्षण किया जाता है तो 2017 के बाद 2022 के चुनाव में आरक्षण के लिए दूसरा नियम लागू नहीं किया जा सकता। वही नियम लागू होगा, जो 2017 के चुनाव में लागू कर वार्डों का आरक्षण किया गया था।
अधिनियम में भी स्पष्ट है कि जो वार्ड पूर्व के चुनाव में महिला के लिए आरक्षित हैं। वह वार्ड अनुवर्ती चुनाव में महिला के लिए आरक्षित नहीं होंगे। इस नियम को भाजपा सरकार में नया शासनादेश निकालकर गलत तरीके से न्याय विभाग की विधिक राय लेते अपने हिसाब से परिभाषित कर लिया है। उन्होंने बताया कि नगर निगम बरेली में कुल 9 वार्डों में जो पिछली बार भी किसी भी वर्ग में महिला हेतु आरक्षित थे, उन्हें फिर से इस बार भी महिला हेतु आरक्षित कर दिया गया है। लेकिन इसका प्रभाव इन 9 वार्डों के अतिरिक्त अन्य वार्डों पर भी पड़ रहा है।
पार्षद ने कहा कि डीएम कार्यालय में वार्ड आरक्षण को लेकर आपत्ति लगायी गयी है। अगर डीएम कार्यालय द्वारा आपत्ति का निस्तारण कर आरक्षण की खामियों को सुधारा नहीं गया तो वह आरक्षण दुरूस्त कराने को न्यायालय तक भी जाने को तैयार हैं।