बरेली: इज्जतनगर रेल प्लेटफार्म से नहीं हटी मजार, तकरार की संभावना के बाद छावनी बना स्टेशन
मौलाना शहाबुद्दीन ने पढ़ी फातिहा, चेतावनी के बाद करणी सेना ने नहीं किया प्रदर्शन

न्यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के बरेली में इज्जतनगर रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म पर बनी पुरानी मजार हटाने की कार्रवाई फिलहाल 2 जनवरी तक के लिए रोक दी गयी है। बता दें कि रेल प्रशासन ने प्लेटफार्म पर बनी पुरानी मजार को हटाने के लिए नोटिस चस्पा किया था। जिसमें 28 दिसंबर को मजार हटाने की कार्रवाई करने की बात कही गयी थी। जिसके बाद ही इस मामले को लेकर तनातनी का माहैल पैदा हो गया था। धार्मिकता से जुड़ा होने के कारण जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन एलर्ट मोड पर आ गया था।

बुधवार 28 दिसंबर को सुबह से ही इज्जतनगर रेलवे स्टेशन को छावनी बना दिया गया। सुबह 8 बजे सबसे पहले मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी रेलवे स्टेशन पहुंचे और मजार पर जाने की इच्छा जतायी। फोर्स ने उन्हें मजार पर जाने से पहले रोक दिया, बाद में काफी देर तक बातचीत के बाद उन्हें मजार पर जाकर फातिहा पढ़ने की इजाजत दी गयी। वहीं करणी सेना ने भी बुधवार 28 तारीख को इस मसले को लेकर प्रदर्शन की धमकी दी थी। जिसके बाद विवाद बढ़ने की आशंका के चलते रेलवे स्टेशन पर भारी फोर्स तैनात कर दिया गया।

मजार को हटाने और बचाने को लेकर मुस्लिम और हिन्दू पक्ष पिछले दिनों आमने सामने आ गए थे। करणी सेना ने मजार को हटाने के रेलवे के फैसले का समर्थन किया था। वहीं मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन और आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने भी मजार को हटाने के विरोध में बयान जारी किए थे। करणी सेना और मुस्लिम जमात ने मजार को हटाने और बचाने को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपे थे।