बरेली: इज्जतनगर स्टेशन प्लेटफार्म की मजार बचाने को आईएमसी भी कूदी, फोर्स की मौजूदगी में पढ़ी फातिहा
करणी सेना- मुस्लिम जमात दे चुके हैं जिला प्रशासन को ज्ञापन
न्यूज टुडे नेटवर्क। यूपी के बरेली में इज्जतनगर रेलवे स्टेशन पर बनी पुरानी मजार को हटाने का मामला गरमाता जा रहा है। गुरूवार को आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के मजार पर पहुंचने को लेकर प्रशासन एलर्ट हो गया। रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दिया गया। हालांकि आईएमसी मुखिया मौलाना तौकीर रेलवे स्टेशन नहीं पहुंचे। इसके बजाय आईएमसी के प्रवक्ता डा नफीस अहमद कार्यकर्ताओं के साथ इज्जतनगर रेलवे स्टेशन पहुंचे। आईएमसी प्रवक्ता और कार्यकर्ताओं को पुलिस फोर्स ने गेट पर ही रोक दिया। जिसके बाद काफी मान मनौव्वल के बाद फोर्स ने आईएमसी प्रवक्ता समेत केवल चार लोगों को ही मजार पर जाने की अनुमति दी। आईएमसी प्रवक्ता ने कार्यर्क्ताओं संग मजार पर फातिहा पढ़ी।
जब इस बारे में रेलवे व पुलिस प्रशासन को पता लगा तो भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। काफी देर वहां अफरा-तफरी का माहौल रहा। मजार को लेकर पदाधिकारियों का कहना है कि यह हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों के लिए मान्य है और मजार हटाने से लोगों की आस्था को ठेस पहुंचेगी।
बता दें कि रेलवे प्रशासन ने प्लेटफार्म से मजार हटाने के लिए 28 दिसंबर तक का समय देते हुए वहां नोटिस चस्पा कर दिया है। जिसके बाद से ही मजार हटाने और बचाने को लेकर सियासत तेज हो गयी है। एक दिन पूर्व ही मुस्लिम जमात और करणी सेना ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर मजार हटाने और बचाने के लिए प्रदर्शन करके जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था। अब आईएमसी भी मजार हटाने के विरोध में कूद गयी है। वहीं कई हिन्दू संगठनों ने भी प्लेटफार्म पर बनी मजार को हटाने की मांग करते हुए रेलवे के फैसले की वकालत की है।