बरेली: मनोरोगी महिला के उत्पात से घबराए डाक्टर ने मांगी सुरक्षा, जानिए, क्या है पूरा मामला
न्यूज टुडे नेटवर्क। बरेली जिला अस्पताल में मनोरोगी महिला के उत्पात और डाक्टर को बीडी से जलाए जाने की घटना को मेडिकल स्टाफ ने दिल पर ले लिया है। पीड़ित इमरजेंसी प्रभारी शैलेश रंजन इतने तनाव में हैं आ गए हैं कि वह बगैर पुलिस सुरक्षा के ड्यूटी करने से घबरा रहे हैं। जिला अस्पताल में चार कदम पर पुलिस चौकी होने के बाद भी जिस तरह से इमरजेंसी वार्ड में घटना हुई, उसे लेकर हॉस्पिटल स्टाफ गुस्से में है। नाराज डाक्टर और चिकित्सा कर्मियों ने शनिवार को इमरजेंसी वॉर्ड में काम तक ठप कर दिया। अफसरों के समझाने पर अस्पताल कमर्चारी फिलहाल मान तो गए मगर अब कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं।
जिला अस्पताल बरेली में एक दिन पहले दिल्ली की मनोरोगी महिला ने बखेड़ा किया, उसे लेकर हॉस्पिटल स्टाफ में पुलिस के खिलाफ खासी नाराजगी है। दरअसल, मनोरोगी महिला को पुलिस ही अस्पताल लेकर आई थी। पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में ही महिला इमरजेंसी वार्ड प्रभारी डा शैलेश रंजन के गले पर सुलगती बीड़ी लगाकर उन्हें जला दिया और पुलिसकर्मी डाक्टर की सुरक्षा नहीं कर सके। महिला देर तक अस्पताल में बखेड़ा करती रही। ये भी बता दें कि अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से चार कदम की दूरी पर पुलिस चौकी है। इसके बाद भी जिस तरह से घटना हुई, उसे लेकर मेडिकल स्टाफ सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं।
नाराज स्टाफ ने सुबह इमरजेंसी वार्ड में कामकाज ठप कर दिया। अफसरों ने बाद में उन्हें समझाकर वार्ड में काम शुरू कराया। फिलहाल इमजरेंसी स्टाफ ने मामले में कार्रवाई के लिए लिखित में अफसरों से शिकायत की है। इमरजेंसी वॉर्ड प्रभारी डा शैलेश रंजन ने न्यूज टुडे नेटवर्क के साथ बातचीत में कहा कि मनारोगी महिला अगर उनके गले की जगह आंख पर जलती बीड़ी लगा देती तो क्या होता। घटना से वह सदमे में है। बगैर सुरक्षा के ड्यूटी कैसे कर पाएंगे।