बरेली: कंपनी के करोड़ों के स्‍टाक हड़पने को दर्ज करायी गयी थी कपीश ज्‍वैलर्स पर फर्जी एफआईआर

एसआईटी की जांच में झूठे निकले आरोपी, कंपनी को मिली क्‍लीन चिट  

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न्‍यूज टुडे नेटवर्क। बरेली के कपीश ज्‍वैलर्स के खिलाफ लगाए गए धोखाधड़ी के आरोप झूठे निकले हैं। मामले की जांच कर रही एसआईटी टीम ने कंपनी को क्लीन चिट दे दी है। बताया गया है कि कपीश ज्‍वैलर्स के करोड़ों रुपए का स्‍टाक हड़पने के लिए कंपनी के निदेशकों के खिलाफ झूठी एफ आई आर दर्ज कराई गई थी। एफआईआर में कपीश ज्‍वैलर्स के डायरेक्टर विवेक रस्तोगी व निशांत अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाए गए थे।

डेढ़ साल चली जांच के दौरान सभी आरोप झूठे पाए गए हैं। बताया गया है कि कपीश ज्‍वैलर्स के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में साल 2021 में बहेड़ी निवासी गजेंद्र सिंह, ओमवीर सिंह, इटावा निवासी सचिन वर्मा,  फर्रुखाबाद निवासी सिद्धार्थ अग्रवाल, दीपक अग्रवाल और पीलीभीत के पूरनपुर निवासी गौरव खुराना व बांदा निवासी पियूष गुप्ता आदि ने थाना कोतवाली पर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

जिसकी जांच तीन सदस्य एसआईटी की टीम ने की थी। एसआईटी की जांच में कंपनी निदेशकों पर लगाए गए सभी आरोप झूठे निकले हैं। बताया गया है कि कंपनी के करोड़ों रुपए का स्टॉक हड़पने व कंपनी की छवि धूमिल करने के लिए झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई थी। एसआईटी की 3 सदस्य टीम ने मामला झूठा पाए जाने पर मुकदमे में एफआर लगाते हुए कंपनी को क्‍लीन चिट दे दी है।

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