बरेली: डेढ़ साल से कर्ज में डूबे बीडीए की बल्ले बल्ले, अब तक करायीं 600 करोड़ की एफडीआर
विभिन्न परियोजनाओं व अवैध कब्जों पर त्वरित कार्रवाई से बढ़ी बीडीए की आय

न्यूज टुडे नेटवर्क। बरेली विकास प्राधिकरण ने एक साल में तकरीबन छह सौ करोड़ रूपयों की एफडीआर बनवायी हैं। अब से डेढ़ वर्षपूर्व तक कर्ज में डूबे बीडीए के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। बीडीए की रामगंगा नगर आवासीय योजना की भूमि अर्जन के लिए बीडीए ने बैंको से ऋण लिया था। जिसकी अदायगी के 42 करोड़ रूपए बाकी थे। प्राधिकरण की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण योजना में विकास कार्यों पर ब्रेक सा लग गया था। अक्टूबर 2020 के बाद बीडीए की वित्तीय व्यवस्थाओं में तेजी से सुधार आया। बीडीए ने ना केवल बैंकों की अदायगी को निपटाया बल्कि रामगंगा नगर आवासीय योजना के भूखण्ड भी तेजी से विक्रय किए।

डेढ़ साल के भीतर बीडीए ने अवैध कालोनियों व अवैध निर्माणों पर नियमानुसार कार्रवाई की। वहीं अर्बन सीलिंग विभाग से प्राप्त जमीनों को कब्जा मुक्त कराया। वहीं मानचित्र समाधान सप्ताह के आयोजन भी किए गए। समाधान सप्ताह में मानचित्रों से संबंधित मामलों को त्वरित गति से निपटाया गया। जिससे बीडीए की आय में धीरे धीरे वृद्धि होती गयी। इसी दौरान डोहरा रोड से बीसलपुर रोड को मिलाने वाली 54 मीटर रोड का कार्य व्यवधान का निस्तारण करते हुए यह निर्माण भी पूर्ण कराया गया।

सभी बकाया का भुगतान करने के बाद सितम्बर 2021 में बीडीए ने 100 करोड़ रूपए की एफडीआर करायी। जिसके तीन माह बाद ही 200 करोड़ की एक और एफडीआर करा दी गयी। जिसके बाद एक बार फिर मार्च में एक बार फिर 100 करोड़ रूपयों की रूपयों की एफडीआर बीडीए ने करायी। 30 जून 2022 को बीडीए ने प्राप्त आय से 120 करोड़ की एफडीआर करायी। जिसके बाद अब पांच बाद ही बीडीए ने 80 करोड़ रूपए की एक और एफडीआर करायी है। डेढ़ साल के भीतर ही बीडीए ने करीब 600 करोड़ रूपए की एफडीआर विभिन्न बैंकों से बनवायी हैं।