बरेली में आईवीआरआई में कार्यरत 152 वैज्ञानिकों ने दिया इस्तीफ़ा ,जानें वजह

बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में सेवानिवृत्त वैज्ञानिकों के बीच रोष का माहौल है। दरअसल सातवें वेतन आयोग का एनपीए न मिलने के कारण वैज्ञानिक काफी नाराज हैं

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न्यूज़ टुडे नेटवर्क। बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में सेवानिवृत्त वैज्ञानिकों के बीच रोष का माहौल है। दरअसल सातवें वेतन आयोग का एनपीए न मिलने के कारण वैज्ञानिक काफी नाराज हैं। इसी के चलते मंगलवार को 152 वेटरनरी वैज्ञानिकों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया। सभी वैज्ञानिकों ने इस्तीफा एग्रीकल्चर रिसर्च सर्विस साइंटिस्ट फोरम को सौंपा। बता दे संस्थान के निदेशक ने वैज्ञानिकों से बात की है और संस्थान में किसी भी तरह का अवरोध उत्पन्न न करने की अपील की है।

एग्रीकल्चर रिसर्च सर्विस साइंटिस्ट फोरम इज्जतनगर इकाई के मीडिया प्रभारी बबलू कुमार ने कहा है कि सातवें वेतन आयोग के अनुसार एनपीए  मिलना वैज्ञानिकों का हक है। उन्होंने बताया वित्त मंत्रालय ने कहा है की मूल वेतन का 20 फ़ीसदी एनपीए के रूप में वेट वैज्ञानिकों को मिलना चाहिए। आईसीएआर के तहत आने वाले कुछ अन्य संस्थानों में भी यह मिल रहा है लेकिन बरेली के वेटरनरी वैज्ञानिक इससे वंचित है।

बता दे पिछले साल से ही इस मुद्दे को लेकर वैज्ञानिक अपनी आवाज उठा रहे हैं। इस संबंध में कई बार मुख्यालय और स्थानीय स्तर पर पत्राचार भी किया गया लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल सका। हाल ही में हुई जनरल बॉडी की मीटिंग में यह फैसला लिया गया था कि यदि जल्द ही वर्तमान और सेवानिवृत्त वेटरनरी वैज्ञानिकों को सातवें वेतन आयोग का एमपी नहीं मिलता है तो वह लोग संस्थान से इस्तीफा दे देंगे। इसी के चलते मंगलवार को सभी 152 वैज्ञानिकों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया। वैज्ञानिकों ने यह भी फैसला लिया कि बुधवार से हर दिन शाम 5:30 बजे संस्थान परिसर में शांति मार्च निकालेंगे। अगर इसके बाद भी उनकी मांगों को नहीं माना गया तो 20 फरवरी से संस्थान द्वारा प्रदान की गई सभी सेवाओं को भी रोक दिया जाएगा। फोरम ने इसकी जानकारी संस्थान के डायरेक्टर को भी दे दी है।

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