‘’उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति की 20वीं बैठक सम्पन्न, केन्द्रीय मूल्यांकन नीति लागू करने की बनेगी रूपरेखा’’
उत्तराखंड - ( जिया सती ) उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति की 20वीं बैठक 14 अक्टूबर 2025 को कुलपति प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहनी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी तथा प्रभावी बनाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस बैठक का मुख्य विषय विश्वविद्यालय में केंद्रीय मूल्यांकन नीति को लागू करने की रूपरेखा तय करना रहा।
बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया कि आगामी परीक्षाओं के मूल्यांकन कार्य को एक समान नीति के तहत किया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय केंद्रीय मूल्यांकन प्रणाली को अपनाएगा, जिससे सभी विषयों और पाठ्यक्रमों में निष्पक्षता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। यह कदम विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रणाली को और अधिक संगठित और विश्वसनीय बनाएगा।
बैठक में यह भी तय किया गया कि विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों की उपाधियाँ दीक्षांत समारोह की तिथि घोषित होते ही तैयार कर ली जाएंगी। दीक्षांत समारोह सम्पन्न होने के बाद इन उपाधियों को विद्यार्थियों को डाक के माध्यम से भेजा जाएगा। इससे विद्यार्थियों को सुविधा होगी और प्रशासनिक प्रक्रिया भी सुगम बनेगी।
बैठक में बाह्य सदस्यों के रूप में जेएनयू, दिल्ली के उप कुलपति प्रो. ब्रजेश कुमार पाण्डेय और पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ की उपकुलपति प्रो. योजना रावत ने ऑनलाइन माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज की। उन्होंने विश्वविद्यालय की नई नीतियों की सराहना की और अपने सुझाव भी साझा किए।
इस अवसर पर परीक्षा समिति के सदस्य सचिव एवं परीक्षा नियंत्रक प्रो. सोमेश कुमार, कुलसचिव डॉ. खेमराज भट्ट, वित्त नियंत्रक एस.पी. सिंह, सभी विद्याशाखाओं के निदेशक, उप परीक्षा नियंत्रक तथा सहायक कुलसचिव (परीक्षा) सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुई और यह निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, तकनीकी रूप से सशक्त और विद्यार्थी हित में विकसित किया जाएगा।
