गणतंत्र दिवस पर आनन्दा एकेडमी में मनाया गया धूमधाम से उत्सव, नुक्कड़ नाटक ने दिया जागरूकता का संदेश

Haldwani : गणतंत्र दिवस के अवसर पर हल्द्वानी स्थित आनन्दा एकेडमी डहरिया में बड़े धूमधाम से उत्सव मनाया गया। इस साल के आयोजन का मुख्य आकर्षण बना बच्चों द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक, जिसमें उन्होंने उत्तराखंड राज्य की प्रमुख समस्याओं पर प्रकाश डाला और समाज में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया।

कार्यक्रम की शुरुआत एक भव्य प्रभात फेरी से हुई, जिसमें बच्चों ने जोश और उत्साह के साथ देशभक्ति के गीत गाए। इसके साथ ही स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता का संदेश भी दिया। लेकिन असली आकर्षण बच्चों का नुक्कड़ नाटक था, जिसमें उन्होंने उत्तराखंड में पलायन, बेरोजगारी, जल संकट, खराब सड़कें, बिजली की समस्याएं और स्वच्छता जैसे गंभीर मुद्दों को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया। इस नाटक का उद्देश्य था कि हम अपने राज्य की समस्याओं को पहचानें और उन्हें हल करने की दिशा में कार्य करें, ताकि उत्तराखंड की संस्कृति और संसाधनों को बचाया जा सके और राज्य को समृद्ध बनाया जा सके।

नाटक के माध्यम से बच्चों ने यह संदेश दिया कि हमारे कर्तव्य केवल हमारे व्यक्तिगत जीवन तक सीमित नहीं हैं, बल्कि हम अपने राज्य और समाज के लिए भी जिम्मेदार हैं। उन्होंने दर्शकों को यह अहसास कराया कि समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी हमें सक्रिय रूप से इन समस्याओं के समाधान में भागीदार बनने के लिए प्रेरित करती है।
गणतंत्र दिवस की शुरुआत ध्वजारोहण से हुई, जिसे विद्यालय के प्रबंधक भूपेन्द्र सिंह बिष्ट ने किया। इसके बाद उन्होंने बच्चों से प्रेरणादायक संदेश साझा किया। उन्होंने कहा, "गणतंत्र दिवस हमें अपनी स्वतंत्रता की रक्षा और कर्तव्यों का पालन करने की याद दिलाता है। आज के दौर में, अच्छे अंक ही नहीं, बल्कि कौशल का विकास भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि कौशल ही किसी व्यक्ति को सफलता दिलाता है, जबकि केवल अच्छे अंकों से पहचान नहीं बनती। हमें उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सुंदरता पर गर्व है, लेकिन राज्य की प्रमुख समस्याओं जैसे पलायन, बेरोजगारी और जल संकट का समाधान भी खोजना होगा। बच्चों, आप सभी को इन समस्याओं के समाधान में भागीदार बनना होगा।"
कार्यक्रम के समापन पर प्रधानाचार्या माया बिष्ट ने सभी का धन्यवाद किया और कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों को न केवल देशभक्ति का अहसास कराते हैं, बल्कि उन्हें अपने राज्य और समाज की समस्याओं पर सोचने और जिम्मेदारी निभाने के लिए भी प्रेरित करते हैं।
इस गणतंत्र दिवस उत्सव ने बच्चों को न सिर्फ उत्तराखंड की संस्कृति और स्वच्छता के महत्व को समझाया, बल्कि उन्हें कौशल और समाज की समस्याओं के समाधान में सक्रिय भागीदार बनने के लिए भी प्रेरित किया। यह आयोजन आनन्दा एकेडमी के सभी शिक्षकों और स्टाफ के लिए भी देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत होने का एक अहम अवसर साबित हुआ।