"देहरादून - ग्राफ़िक एरा के महफ़िल-ए-ग़ज़ल में राजेश सिंह की आवाज़ ने रच दिया जादू, दर्शक रह गए स्तब्ध!"

देहरादून - (निधि अधिकारी) आज दिनांक 14 अप्रैल 2025 को ग्राफिक एरा में आयोजित महफिल-ए-ग़ज़ल में प्रख्यात गायक राजेश सिंह ने अपनी आवाज और अंदाज से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने अपनी लोकप्रिय ग़ज़लों से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत उन्होंने अपनी ग़ज़ल "बेच दी क्यों जिंदगी दो चार आने के लिए" से की। इसके बाद उन्होंने कई अन्य ग़ज़लें सुनाईं, जिनमें "मेरे बचपन का कोई दोस्त आता है अगर मिलने" और "थोड़ी सी देर खुद को समझने में क्या हुई" शामिल थीं।

बता दे की, दर्शकों ने उनकी ग़ज़लों की खूब सराहना की और तालियों की गड़गड़ाहट से उनका उत्साह बढ़ाया। उन्होंने साहिर लुधियानवी का गीत "कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है" भी गाया। राजेश सिंह की टीम के सदस्यों ने वाद्ययंत्रों पर उनका साथ निभाया।
साथ ही, डॉ कमल घनशाला ने कहा कि समय के साथ परम्पराओं का बदलना जरूरी है। उन्होंने बताया कि ग्राफेस्ट में 32 लाख से 35 लाख तक के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। इस अवसर पर ग्राफिक एरा के पदाधिकारीगण, शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

वही, कार्यक्रम में ग़ज़लों का सिलसिला देर रात तक चलता रहा और दर्शकों ने राजेश सिंह की आवाज का जादू अनुभव किया। ग्राफिक एरा की महफिल-ए-ग़ज़ल एक यादगार आयोजन बन गया, जिसमें संगीत और कला का अद्भुत संगम देखने को मिला।