‘’हल्द्वानी -ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, हल्द्वानी में निरवान टेक फेस्ट 2025 का आयोजान ‘’

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‘’हल्द्वानी -ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, हल्द्वानी में निरवान टेक फेस्ट 2025 का आयोजान ‘’

हल्द्वानी – ( जिया सती ) ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, हल्द्वानी में “निरवान टेक फेस्ट 2025” का शुभारंभ आज उत्साह और जोश के साथ हुआ। यह वार्षिक तकनीकी उत्सव विश्वविद्यालय की शिक्षा, नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका को दर्शाता है।

फेस्ट का उद्घाटन विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ. एम.सी. लोहानी के प्रेरणादायक संबोधन से हुआ। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी की सफलता की कुंजी “तकनीक और निरंतर सीखना” है। उनके शब्दों ने उपस्थित छात्रों को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान की।

फेस्ट के पहले दिन स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग द्वारा एक विशेष एल्युमनी सत्र आयोजित किया गया, जिसमें श्रीमती आकांक्षा सैनी, राष्ट्रीय समन्वयक - स्पोकन ट्यूटोरियल, आईआईटी बॉम्बे, मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने शिक्षा और तकनीक के बीच गहराते संबंधों पर अपने विचार साझा किए।

अपने सत्र में श्रीमती सैनी ने बताया कि किस प्रकार AI और ICT-पावर्ड टूल्स शिक्षा और उद्योग के बीच के कौशल अंतर को घटा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन तकनीकों की मदद से छात्र अपने करियर के लिए आवश्यक कौशल आसानी से विकसित कर सकते हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि आज के समय में “अपस्किलिंग” यानी निरंतर कौशल वृद्धि ही पेशेवर सफलता की कुंजी है। उन्होंने छात्रों को तकनीक-आधारित शिक्षण मंचों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे शिक्षा को अधिक सुलभ और प्रभावी बनाया जा सके।

सत्र के अंत में एक रोचक प्रश्नोत्तर दौर हुआ, जिसमें छात्रों ने करियर, तकनीकी नवाचार और उद्योग की आवश्यकताओं से जुड़े प्रश्न पूछे। श्रीमती सैनी ने अपने अनुभवों के आधार पर छात्रों को उपयोगी सलाह दी।

फेस्ट का एक आकर्षक हिस्सा था स्कूल कोडिंग प्रतियोगिता, जिसमें कुल 14 स्कूलों के लगभग 100 छात्र शामिल हुए। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों में तार्किक सोच और समस्या समाधान की क्षमता को बढ़ावा देना था।

प्रतियोगिता को दो वर्गों में विभाजित किया गया था — जूनियर (कक्षा 9-10) और सीनियर (कक्षा 11-12)। प्रतिभागियों ने अपनी कोडिंग क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए रचनात्मक समाधान प्रस्तुत किए।

सीनियर वर्ग में डीपीएस हल्द्वानी के अनिरुद्ध प्रताप साह ने प्रथम स्थान और ₹3000 का पुरस्कार जीता, जबकि एवरग्रीन स्कूल के विनायक गुप्ता दूसरे स्थान पर (₹2000) और बीरशेबा स्कूल के अभिषेक सिंह गैरा तीसरे स्थान पर (₹1000) रहे।
जूनियर वर्ग में दून कॉन्वेंट स्कूल के तन्मय पांडे ने प्रथम स्थान (₹3000) प्राप्त किया, गौरव बिष्ट (बीरशेबा स्कूल) द्वितीय (₹2000) और गौरव जोशी (दून कॉन्वेंट स्कूल) तृतीय (₹1000) स्थान पर रहे।

इसी क्रम में आयोजित स्कूल विज्ञान प्रदर्शनी ने फेस्ट को और समृद्ध बना दिया। प्रदर्शनी में छात्रों ने अपने नवीन वैज्ञानिक मॉडल और शोध परियोजनाएँ प्रस्तुत कीं, जिनसे उनकी रचनात्मकता और अनुसंधान क्षमता झलक रही थी।
जूरी के मूल्यांकन के अनुसार, स्वस्त्यायन स्कूल ने प्रथम स्थान (₹7000) प्राप्त किया, ग्रीनवुड सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने द्वितीय (₹3000) और महर्षि विद्या मंदिर ने तृतीय (₹2000) स्थान हासिल किया।

फेस्ट का सबसे रोमांचक भाग था 24 घंटे का हैकथॉन, जिसमें लगभग 30 टीमों ने भाग लिया। इस चुनौतीपूर्ण प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने दिन-रात एक कर तकनीकी समाधान विकसित किए।

हैकथॉन में ग्राफिक एरा भीमताल की टीम नोअनस ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और ₹15000 का पुरस्कार जीता। वहीं, उसी परिसर की टीम ूबीक्विटोस  दूसरे स्थान पर रही, जबकि ग्राफिक एरा हल्द्वानी की टीम इनोवेशन तीसरे स्थान पर रही।

अंत में “निरवान टेक फेस्ट 2025” का समापन एक उत्साहजनक माहौल में हुआ। यह फेस्ट न केवल प्रतियोगिताओं का मंच बना, बल्कि छात्रों को नवाचार, तकनीकी सोच और कौशल विकास के प्रति प्रेरित करने वाला अनुभव भी साबित हुआ।

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