जिला विकास प्राधिकरण बना मुसीबत का सबब, जिलाधिकारी शासन को भेजेंगे रामनगर में क्षेत्रीय कार्यालय बनाने का प्रस्ताव
रामनगर- जिले में भवन निर्माण के लिए जिला विकास प्राधिकरण की अनुमति की अनिवार्यता लोगो के लिए सिरदर्द बन गयी है। प्राधिकरण द्वारा दो साल में गिनती के भवनों को निर्माण की इजाजत दी गयी है, जिससे आम लोगो को अपने घर बनाने को हल्द्वानी स्थित जिला विकास प्राधिकरण के चक्कर लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है। हालांकि रामनगर दौरे पर पहुंचे जिलाधिकारी सविंन बंसल ने लोगों की शिकायत पर प्राधिकरण का क्षेत्रीय कार्यालय रामनगर में खोले जाने पर सहमति जताई है।
सख्ती के चलते दो लोग कर चुके हैं खुदकुशी
गौरतलब है कि बागेश्वर में जिला विकास प्राधिकरण की सख्ती से परेशान दो लोगों ने खुदकुशी कर ली थी। रामनगर पहुंचे डीएम श्री बंसल से भाजपा नेता व पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष गणेश रावत के नेतृत्व में मिले प्रतिनिधिमंडल ने प्राधिकरण की कार्यप्रणाली की शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाया कि नक्शा पास करने में भ्रष्टाचार व्याप्त है और आवेदन करने के बावजूद लोगों के मकानों के नक्शे पास करने में बेवजह अड़ंगा लगाया जा रहा है। बिना नक्शा पास करवाये भवन बनाने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जा रही है, जबकि चाहने के बावजूद नक्शे पास नहीं किये जा रहे हैं। लोगों ने डीएम से कहा कि बार बार हल्द्वानी जाने से आवेदकों का धन व समय नष्ट हो रहा है।
जिलाधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि घूसखोर कार्मिकों को विजिलेंस में शिकायत करके पकड़वाएं। वहीं उन्होंने कहा कि रामनगर में प्राधिकरण के क्षेत्रीय कार्यालय खोलने का प्रस्ताव वह शीघ्र ही शासन को भेज देंगे, ताकि रामनगर के लोगों को हल्द्वानी न आना पड़े। नक्शा पास करने में आ रही समस्याओं का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया। इस दौरान शिष्टमंडल में गणेश रावत, यशपाल रावत, नरेंद्र शर्मा, जेसी लोहनी, कमल जोशी, राजू रावत, भुवन डंगवाल, आरएस भंडारी आदि शामिल रहे।