कोटद्वार-अब यहा गेहूं के खेत में मिला हथिनी का शव, सूंड पर निशान देख चौके गये ग्रामीण

कोटद्वार-हाथियों के मरने का सिलसिला जारी है। कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक बीते महीनों में कई हाथियों की मौत हुई है। आज लैंसडाउन वन प्रभाग की लालढांग रेंज के अंतर्गत चिल्लर खाल में एक हथिनी की मौत हो गई। ग्रामीणों को हथिनी का शव जंगल से लगे एक खेत में पड़ा मिला है। ग्रामीणों ने
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कोटद्वार-अब यहा गेहूं के खेत में मिला हथिनी का शव, सूंड पर निशान देख चौके गये ग्रामीण

कोटद्वार-हाथियों के मरने का सिलसिला जारी है। कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक बीते महीनों में कई हाथियों की मौत हुई है। आज लैंसडाउन वन प्रभाग की लालढांग रेंज के अंतर्गत चिल्लर खाल में एक हथिनी की मौत हो गई। ग्रामीणों को हथि‍नी का शव जंगल से लगे एक खेत में पड़ा मिला है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वनकर्मियों को दी। सूचना पर वन कर्मी मौके पर पहुंच गए हैं।

माना जा रहा है कि हथिनी झुंड के साथ गेहूं के खेत में आई थी और गेहूं खाने के बाद वापस लौटते हुए उसकी मौत हो गई। शव से कुछ ही दूर हाथियों का झुंड भी मौजूद है। ग्रामीणों ने बताया की हथिनी की सूंड पर जले हुए का निशान है, जिससे यह भी आशंका जताई जा रही है कि हथिनी की मौत करंट लगने से हुई है। उप प्रभागीय वन अधिकारी गिरीश चंद्र बेलवाल ने बताया कि हथि‍नी की मौत के वास्तविक कारणों की जांच के लिए शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।