‘’पूर्व भारतीय विश्वकप टीम के विकेटकीपर मोहन चतुर्वेदी ने शैमफोर्ड स्कूल में छात्रों से किया प्रेरणादायक संवाद’’

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‘’पूर्व भारतीय विश्वकप टीम के विकेटकीपर मोहन चतुर्वेदी ने शैमफोर्ड स्कूल में छात्रों से किया प्रेरणादायक संवाद’’

हल्द्वानी - ( जिया सती ) शैमफोर्ड स्कूल में गुरुवार को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी और विश्वकप टीम के विकेटकीपर मोहन चतुर्वेदी ने शिरकत की। उन्होंने छात्रों को अपने जीवन के अनुभवों के ज़रिए प्रेरित किया और बताया कि कैसे लक्ष्य निर्धारण और नियमित, सही अभ्यास से किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त की जा सकती है। छात्रों ने इस अवसर का भरपूर लाभ उठाया और पूरे मनोयोग से संवाद में भाग लिया।

चतुर्वेदी ने इस संवाद के दौरान खेलों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि खेल न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखते हैं, बल्कि मानसिक और बौद्धिक विकास में भी सहायक होते हैं। उन्होंने कहा कि खेलों से व्यक्ति में त्वरित निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है, जो जीवन के हर क्षेत्र में उपयोगी होती है। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की कुछ प्रेरक घटनाएं भी साझा कीं, जिससे छात्रों को बहुत कुछ सीखने को मिला।

कार्यक्रम में उन्होंने यह भी बताया कि वे वर्तमान में इनकम टैक्स विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं और दिल्ली की क्रिकेट टीम के चयनकर्ता भी रह चुके हैं। उन्होंने 44 प्रथम श्रेणी मैच खेलकर भारतीय क्रिकेट को योगदान दिया है और उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कार भी मिले हैं, जैसे 1989 का बेस्ट विकेटकीपर अवार्ड और 1990 में 'बेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर' का सम्मान।

कार्यक्रम के अंत में छात्रों को प्रश्न पूछने का अवसर मिला, जिसका उन्होंने उत्साहपूर्वक लाभ उठाया। चतुर्वेदी ने सभी प्रश्नों का उत्तर देते हुए छात्रों को खेलों से जुड़ने और जीवन में अनुशासन, समर्पण और कड़ी मेहनत के महत्व को समझाया। इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन दयासागर बिष्ट सहित स्कूल के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण और समस्त स्टाफ भी उपस्थित रहे।

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