‘’ यूओयू में मानविकी विद्याशाखा के अंतर्गत शुरू होंगे भारतीय ज्ञान परम्‍परा विभाग के सभी कोर्स’’

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Uttarakhand news - ( जिया सती ) उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय ने भारतीय ज्ञान परम्परा के अंतर्गत विभिन्न विषयों को शुरू करने की सिफारिश की है।  मंगलवार को अध्ययन बोर्ड की बैठक विश्‍वविद्यालय के सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में 6 बाहरी विशेषज्ञों और विश्वविद्यालय के सभी विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक मानविकी विद्याशाखा के निदेशक प्रो. रेनू प्रकाश की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। 


 प्रो. मदन मोहन जोशी ने अध्ययन बोर्ड के सदस्यों के सामने भारतीय ज्ञान परम्परा के सभी कोर्स की पाठ्य संरचना की कार्यसूची प्रस्तुत की। मुख्‍य समन्‍वयक प्रो. जोशी ने कहा कि अध्‍ययन बोर्ड की बैठक से पूर्व इसी माह 11 फरवरी को  विषय विशेषज्ञों की बैठक आयोजित कराई गई थी। जिसमें लगभग 20 राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों ने भाग लिया था। अध्ययन बोर्ड ने इन पाठ्यक्रमों को मंजूरी दे दी है और इन्हें मानविकी विद्याशाखा के अंतर्गत संचालित किया जाएगा। बाद में भारतीय ज्ञान परम्परा के नाम से नई विद्याशाखा की मान्यता मिलने पर इन कोर्स को उस नई विद्याशाखा के अंतर्गत संचालित किया जाएगा। यह विश्‍वविद्यालय की 15 वीं विद्याशाखा होगी ।


अध्ययन बोर्ड की बैठक में कई विशिष्ट अतिथियों ने भाग लिया, जिनमें एसएसजे श्विविद्यालय अल्मोड़ा के पूर्व कुलपति प्रो. एन.एस. भंडारी और कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के प्रोफेसर शामिल थे।  इसके अलावा, मुक्त विश्वविद्यालय के कई विषय समन्वयक भी बैठक में शामिल हुए।

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