Uttarakhand News - दहशत, उत्तराखंड में इस खतरनाक गिरोह की दस्तक, आतंकवाद से जुड़े हैं तार
 

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Uttarakhand News -  ऊधम सिंह नगर में पंजाब के बंबिहा गिरोह (Bambiha Gang in Uttarakhand) ने दस्तक दे डाली है। काशीपुर के 70 वर्षीय स्टोर क्रशन स्वामी महल सिंह को मारने में जिस बंबिहा गिरोह का हाथ है वह पंजाबी सिंगर सिद्दू मूसेवाला को मारने की जिम्मेदारी लेने वाले गोल्डी बराड़ के भाई को मौत के घाट उतारने का जुर्म कबूल चुका है।

 

भविष्य में खतरे की घंटी- 
तराई में बंबिहा गिरोह की दस्तक भविष्य में खतरे की घंटी है। पंजाब में इस गिरोह का बड़ा खौफ है। गैंग के सदस्य आतंकवादी भी बन चुके हैं। इससे साफ है कि इस गैंग के तार सीधे आतंकवाद से भी जुड़े हैं। सालों पहले ऊधम सिंह नगर को आतंकवाद से मुक्त कराया गया था। दोबारा बंबिहा की दस्तक से आतंकी घुसपैठ से मना नहीं किया जा सकता है।

 

मिनी पंजाब है ऊधम सिंह नगर- 
ऊधम सिंह नगर को मिनी पंजाब कहा जाता है। लिहाजा यहां सिख समुदाय के लोगों की संख्या अच्छी खासी है। पंजाब में अपराध करने के बाद अपराधी ऊधम सिंह नगर जिले में शरण ले रहे हैं। यह बात किसी से छिपी नहीं है। हैरानी की बात यह है कि पंजाब के बंबिहा गिरोह ने यहां दस्तक दे दी है। काशीपुर में 70 वर्षीय किसान नेता को मारने वाले बंबिहा गिरोह के चार शूटरों को पंजाब व ऊधम सिंह नगर पुलिस के संयुक्त अभियान में आरोपितों को मोहाली के जीरकपुर से दबोचा है।

लारेंस बिश्नोई का गैंग भी दे चुका दस्तक- 
इससे पहले साल 2019 में पंजाब के लारेंस बिश्नोई गिरोह जिले में दस्तक दे चुका है। बिश्नोई के नाम से टायर कारोबारी से वाट्सएप कॉल पर रंगदारी मांगी गई थी। बिश्नोई के लिए काम करने वाली रामनगर की एक युवती को पूर्व में पकड़ा गया है।

2016 में हुआ बंबिहा का एनकाउंटर- 
दविंदर सिंह सिद्दू उर्फ दविंदर बंबिहा पंजाब के मोगा जिले के बंबिहा गांव का रहने वाला था। कभी कबड्डी खिलाड़ी रहे बंबिहा ने 2010 में जुर्म की दुनिया में कदम रखा। एक मर्डर के बाद वह जेल गया और छूटने के बाद पेशेवर अपराधी बन गया। उसके ऊपर 15 अपराध दर्ज थे, जिसमें छह अपराध मर्डर के थे। रवि ख्वाजा को 2016 में मारने के बाद बंबिहा पुलिस की राडार पर आया। सितंबर 2016 में उसका एनकाउंटर कर दिया गया। दविंदर की मौत के बाद बंबिहा गैंग के लीडर गौरव पटियाल व सुखप्रीत सिंह बन गए। पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में बंबिहा गिरोह के लिए 300 शॉर्प शूटर काम कर रहे हैं। इसमें ज्यादातर गैंगस्टर शामिल हैं। पुलिस गिरफ्त में आए साधू सिंह व मनप्रीत ने अपने दो साथी जो अब आतंकी हैं, अर्शदीप व सुखदूल के कहने पर हत्या की बात कही है।


पठानकोट बम धमाके का आतंकी को दी पनाह- 
पठानकोट में बम धमाकों के मामले में फरार आतंकी साजिशकर्ता सुखप्रीत उर्फ सुख को ऊधम सिंह नगर में पनाह दी गई थी। इस मामले में 22 जनवरी को एसटीएफ ने चारों आरोपियों को पकड़ा था। ये सभी खालिस्तान टाइगर फोर्स के संपर्क में थे। पुलिस के अनुसार नवंबर 2021 बम धमाके का मास्टरमाइंड सुखप्रीत फरार हो गया था। जिसने ऊधम सिंह नगर के बाजपुर में शरण ली थी। इस आरोप में केलाखेड़ा निवासी शमशेर सिंह उर्फ शेरा और उसके भाई हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी, बैतखेड़ी बाजपुर निवासी अजमेर सिंह उर्फ लाडी और स्वार रामपुर (यूपी) निवासी गुरपाल सिंह उर्फ गुरी ढिल्लो जेल जा चुके हैं।

ऊधम सिंह नगर से पंजाब का लिंक शुरू से ही रहा है। हमारी टीम ने अच्छी मेहनत कर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पंजाब से आने वाले व पंजाब जाने वालों पर खास नजर रखी जा रही है। पूर्व में शरण ले चुके अपराधियों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है। जिले में किसी गिरोह को पनपने नहीं दिया जाएगा।

-डा. नीलेश आनंद भरणे, डीआइजी कुमाऊं