Uttarakhand News - कंट्रोल की दुकान में अब मंडुवा देने की तैयारी, सरकार उठाने जा रही है यह कदम 
 

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Uttarakhand News - उत्तराखंड में पौष्टिकता से लबरेज मोटे अनाज भी अब गरीब की थाली का हिस्सा बन सकें इसके लिए सरकार महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। इस कड़ी में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान से गरीबों को हर माह मिलने वाले राशन में अब एक किलो मंडुवा भी शामिल किया जा रहा है। कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने मंगलवार को हुई विभागीय समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गरीबों को हर माह पांच किलो गेहूं मिलता है।

 

इसके स्थान पर चार किलो गेहूं और एक किलो मंडुवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में मिड डे मील और आंगनबाड़ी केंद्रों में दिए जाने वाले पौष्टिक आहार में भी मोटे अनाज शामिल किए जाएंगे, ताकि खपत बढ़ सके। कैबिनेट मंत्री जोशी ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2023 को मिलेट इयर घोषित किया है। मिलेट्स यानी मोटे अनाज की आज मांग अधिक है। इस कड़ी में मंडुवा, रामदाना, झंगोरा जैसे मोटे अनाज पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज के उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। ऐसे में खपत पर भी विशेष जोर है, क्योंकि किसान खपत के अनुसार ही पैदावार करता है।

किसानों के खेत से होगी खरीद
मोटे अनाज के किसानों को उचित दाम मिल सकें, इसके लिए मंडी समिति से बातचीत की गई है। मंडी समितियां मोबाइल वैन से सीधे किसानों के खेत में जाकर मंडुवा समेत अन्य मोटे अनाज खरीदें, इसकी व्यवस्था की जा रही है। इससे किसान बिचौलियों के चंगुल में आने से बचेंगे और उन्हें अच्छी आमदनी होगी। साथ ही इस पहल से किसान अधिक पैदावार के लिए प्रोत्साहित होंगे। मंत्री जोशी के अनुसार मोटे अनाज का अधिक प्रचार-प्रसार करने के साथ ही गुणवत्ता पर विशेष जोर दिया गया है।