Uttarakhand - थाने के बाहर योग मुद्रा में धरना कर रहे हैं हरीश रावत, बोले हर की पैड़ी में लेटकर दे दूंगा अपने प्राण !
 

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Uttarakhand News - इन दिनों उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत धर्म नगरी हरिद्वार के बहादराबाद थाना परिसर में योग कर अनोखे अंदाज में धरना - प्रदर्शन कर रहे हैं। आज सुबह हरदा ने उठकर थाने के सामने ही योग शुरू कर दिया। हरीश रावत ने भजनों के साथ योग शुरू किया तो हर किसी का ध्यान उनकी ओर चला गया। उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। 

 

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और गणेश गोदियाल पहुंचे धरना स्थल - 
दरसअल पंचायत चुनाव के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमे निरस्त करने की मांग को लेकर बहादराबाद थाने में कांग्रेसियों का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत के नेतृत्व में आयोजित धरने में शुक्रवार को कांग्रेसियों ने थाने के बाहर पशुओं को बांध दिया। पूर्व सीएम हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और गणेश गोदियाल सहित सैकड़ों कार्यकर्त्ता भी धरना स्थल पहुंचे। इस दौरान उन्‍होंने भाजपा सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया। हरदा ने कहा कि ये लड़ाई बेहद जरूरी है, अगर विपक्ष ने यह लड़ाई नहीं लड़ी तो भाजपा सरकार पूरे विपक्ष को कपड़े में लपेट कर गंगा में बहा देगी। उन्होंने भाजपा सरकार के तानाशाही के विरोध में पूरे राज्य में आम जनता को साथ लेकर आंदोलन की बात कही।

कई विधायक और कार्यकर्त्ता बैठे धरने पर - 
बृहस्पतिवार को हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत, ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर और भगवानपुर विधायक ममता राकेश ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बहादराबाद थाने के बाहर धरना शुरू कर दिया था। विधायकों का आरोप है कि पंचायत की मतगणना के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे दर्ज कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। उन पर दर्ज मुकदमे निरस्त करने की मांग की है। मांग को लेकर हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत रात भर थाने में ही धरने पर कार्यकर्ताओं के साथ डटी रहीं। 


धरना स्थल पर पशु लाने पर थानाध्यक्ष से झड़प - 
शुक्रवार को दूसरे दिन कार्यकर्ता भैंसा गाड़ी और बैल लेकर थाने परिसर में पहुंच गए। दुधारु पशुओं को थाना बहादराबाद परिसर में लेकर आने पर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। इस पर पशुओं को लेकर आए किसान ने कहा कि जब हम यहां धरने पर हैं तो हमारे पशुओं की देखभाल कौन करेगा, जबकि थानाध्यक्ष नितेश शर्मा पशुओं को थाने से बाहर निकालने को कह रहे थे। इसे लेकर विधायक अनुपमा रावत और थानाध्यक्ष के बीच काफी देर तक नोकझोंक हुई। पुलिस पशुओं को थाना परिसर से बाहर निकालने पर अड़ गई तो धरना दे रहे कांग्रेस कार्यकर्ता इसके खिलाफ हो गए। दोनों पक्षों में इसे लेकर काफी देर तक तनातनी चलती रही, बाद में पशुओं को थाना परिसर में ही बांधने पर विवाद शांत हुआ।

कार्यकर्ताओं के ऊपर मुकदमे निरस्त नहीं है हुए तो दे दूंगा प्राण - 
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि अब या तो हरिद्वार से उनका शव जाएगा या फिर कार्यकर्ताओं के ऊपर दर्ज मुकदमे निरस्त होंगे। अगर जरूरत पड़ी तो कार्यकर्ताओं के सम्मान के लिए हरकी पैड़ी के सामने लेटकर अपने प्राण भी दे दूंगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जानबूझकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रही है। हरदा ने पंचायत चुनाव में हुई धांधली जगजाहिर है। वह अपनी लड़ाई लोकतंत्र की बहाली के लिए जारी रखेंगे। कहा कि कई जनप्रतिनिधि उनकी जानकारी में ऐसे हैं, जिन्हें धमकाकर भाजपा में शामिल किया गया है।