देहरादून - विधानसभा भर्तियों पर बोले पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत, जनप्रतिनिधि को समझना होगा नियुक्तियों में है सबका अधिकार

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देहरादून - विधानसभा में हुई भर्तियों को लेकर लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है इन सबके बीच पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Ex. CM Trivendra Singh Rawat) ने कहा कि रिक्त पदों पर नियुक्तियों में सबका अधिकार है। इसमें पारदर्शिता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि को यह समझना चाहिए कि वह परिवार का नहीं, बल्कि जनता का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में जनहित, राज्यहित व देशहित को सर्वोपरि रखना चाहिए।

विधानसभा में हुई नियुक्तियों को लेकर भाजपा व कांग्रेस एक दूसरे पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगा रही हैं। दोनों के कार्यकाल में हुई नियुक्तियों की कथित सूची इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रही है। इनमें बाकायदा मंत्रियों, नेताओं व जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदारों के नाम चिह्नित किए जा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस विषय पर मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके कार्यकाल में भी विधानसभा में भर्ती की फाइल चल रही थी। इस फाइल पर उन्होंने लिखा था कि जो भर्तियां करनी हैं, वे पूर्ण पारदर्शिता के साथ आयोग से कराई जाएं। मार्च में वह पद से हट गए थे। इसके बाद उन्हें अब विभिन्न माध्यमों से पता चल रहा है कि इसमें अपने-अपनों को नौकरी दी गई है।



पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल द्वारा अपने स्वजन को नौकरी दिए जाने की स्वीकारोक्ति पर उन्होंने कहा कि यह उनका दंभ प्रदर्शित करता है। जो व्यक्ति शीर्ष पद पर रहा है और विधानसभा में लंबा कालखंड रहा है, उसके ऐसे वक्तव्य को उचित नहीं ठहराया जा सकता। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि कोई दूसरे के कार्य को आधार बनाकर यह कह रहा है कि पूर्व में ऐसा हुआ है और मैं भी ऐसा करूंगा, तो यह गलत है। इस तरह के उदाहरण देना दुर्भाग्यपूर्ण है, अच्छी बात नहीं। उन्होंने कहा कि भर्ती में पारदर्शिता है, यह सिर्फ कहने से नहीं होगा, यह जनता को दिखना भी चाहिए। हर कार्य के लिए नियम कानून बने हैं।