उत्तराखंड- भारतीय सेना में जल्द शामिल होगा देहरादून में बना अत्याधुनिक ड्रोन, दुश्मनों पर ऐसे रखेगा नज़र

भारतीय सेना में जल्द ही उत्तराखंड में बना एक अत्याधुनिक ड्रोन जुड़ने जा रहा है। सेना के लिए खासतौर पर डिजाईन किया गया ‘रुस्तम-2’ ड्रोन को देहरादून स्थित डीआरडीओ की डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स एप्लिकेशन लैबोरेटरी (डील) में बनाया गया है। इसकी संचार प्रणाली पर काम पूरा कर दिया गया है। साथ ही, इसे बंगलुरू स्थित एयरोनॉटिकल
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उत्तराखंड- भारतीय सेना में जल्द शामिल होगा देहरादून में बना अत्याधुनिक ड्रोन, दुश्मनों पर ऐसे रखेगा नज़र

भारतीय सेना में जल्द ही उत्तराखंड में बना एक अत्याधुनिक ड्रोन जुड़ने जा रहा है। सेना के लिए खासतौर पर डिजाईन किया गया ‘रुस्तम-2’ ड्रोन को देहरादून स्थित डीआरडीओ की डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स एप्लिकेशन लैबोरेटरी (डील) में बनाया गया है। इसकी संचार प्रणाली पर काम पूरा कर दिया गया है। साथ ही, इसे बंगलुरू स्थित एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (एडीई) के सुपुर्द कर दिया गया है। अब ड्रोन रुस्तम-2 को तैयार करने का काम यही प्रतिष्ठान कर रहा है। काम पूरा होते ही ‘रुस्तम-2’ दुश्मन के ऊपर मंडराने को तैयार हो जाएगा।

फील्ड ट्रायल हुए पूरे

रुस्तम-2 की संचार प्रणाली (एयर डेटा टर्मिनल) को आइआरडीई में आयोजित इंडस्ट्री मीट में रखा गया। वरिष्ठ विज्ञानी दीपक अवस्थी ने बताया कि ड्रोन के फील्ड ट्रायल पूरे कर लिए गए हैं। सभी मानकों पर इसका प्रदर्शन संतोषजनक पाया गया है। उम्मीद है, सालभर के भीतर इसे सेना में शामिल कर दिया जाएगा।

क्या है ड्रोन की खासियत

दीपक की माने तो रुस्तम सेना के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ग्राउंड डेटा टर्मिनल माध्यम) से करीब 250 किलोमीटर का सफर तय कर सकता है। हवा में यह 40 किलोमीटर की ऊंचाई से दुश्मन की हर हरकत को रिकॉर्ड कर सकता है। इसमें एंटी जाम/क्लियर कमांड अप-लिंक सिस्टम है, जिससे इसे ट्रैक भी नहीं किया जा सकता।

उत्तराखंड- भारतीय सेना में जल्द शामिल होगा देहरादून में बना अत्याधुनिक ड्रोन, दुश्मनों पर ऐसे रखेगा नज़र

इसमें इतना बैकअप है कि यह हवा में 24 घंटे तक छिपा रह सकता है। रुस्तम की संचार प्रणाली को यदि सेटेलाइट (सेटकॉम डेटा टर्मिनल माध्यम) से जोड़ा जाए तो इसकी रेंज एक हजार किलोमीटर तक बढ़ाई जा सकती है। लिहाजा, रुस्तम इतनी दूरी से चित्र, ऑडियो व वीडियो भेजने में सक्षम है। यदि इसमें हथियार फिट किया जाए तो यह टारगेट को भी शूट कर सकता है।