उत्तराखंड- देखें क्या हुआ जब कोरोना जांच के लिए केन्द्र की टीम पहुंची हल्द्वानी, अधिकारियों को दिये ये निर्देश

कोविड-19 संबंधी स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने भारत सरकार की टीम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में पहुंची। इस दौरान टीम ने हल्द्वानी में बने कोविड अस्पताल व लैब का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान टीम ने अधिकारीयों को कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिये। टीम में शामिल संयुक्त सचिव और वरिष्ठ चिकित्सकों ने गौलापार स्थित सर्किट
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उत्तराखंड- देखें क्या हुआ जब कोरोना जांच के लिए केन्द्र की टीम पहुंची हल्द्वानी, अधिकारियों को दिये ये निर्देश

कोविड-19 संबंधी स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने भारत सरकार की टीम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में पहुंची। इस दौरान टीम ने हल्द्वानी में बने कोविड अस्पताल व लैब का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान टीम ने अधिकारीयों को कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिये। टीम में शामिल संयुक्त सचिव और वरिष्ठ चिकित्सकों ने गौलापार स्थित सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक भी ली।

उत्तराखंड- देखें क्या हुआ जब कोरोना जांच के लिए केन्द्र की टीम पहुंची हल्द्वानी, अधिकारियों को दिये ये निर्देश

संयुक्त सचिव सुश्री निधिमणि त्रिपाठी ने जनपद में कोविड सैपलिंग को बढ़ाये जाने की बात कहते हुए मरीजों के उपचार के दौरान उनपर खास ध्यान रखने के निर्देश दिये। होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों की भी नियमित जांच करने के उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये। बैठक में फैक्टरी, कम्पनियों, ऑफिसो में कार्य करने वालों की भी सैम्पलिंग करने पर चर्चा हुई। इस दौरान जिलाधिकारी सविन बंसल ने भारत सरकार की टीम को जनपद की सभी व्यवस्थाओं से बारे में बताया।

8 टीमें कर रही सैम्पलिंग

जिलाधिकारी सविन बंसल ने स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां देते हुए बताया कि जनपद में कोविड चिकित्सालय के साथ ही पचास कोविड केयर सेंटर बनाये गये हैं। 189 स्वास्थ्य विभाग की आईडीएसपी टीमें, 30 स्क्रीनिंग टीमें, 25 टीमे कन्टेनमेंट जोनो में, 8 टीमे कोविड सैम्पलिंग में लगायी गयी हैं। उन्होंने बताया कि 237 वीआरटी, 15 ब्लॉक लेवल टीमें, 126 सीआरटी तथा 30 आरआरटी टीमें भी देख रेख में लगी हैं, जो बाहर से आने वाले प्रवासियों व कोविड संदिग्धों पर पैनी नज़र रखे हुए है। नैनीताल जिलें में लॉकडाउन के दौरान 58735 प्रवासी घर लौटे हैं।

उत्तराखंड- देखें क्या हुआ जब कोरोना जांच के लिए केन्द्र की टीम पहुंची हल्द्वानी, अधिकारियों को दिये ये निर्देश

उन्होंने बताया कि डॉ. सुशीला तिवारी चिकित्सालय को डेडीकेटेड कोरोना चिकित्सालय बनाया गया है। जिसमें गंभीर कोरोना मरीजों को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। इसके अवाला दुर्गम व ग्रामीण इलाको जैसे सीएससी गरमपानी, भवाली, कालाढुंगी, पीएचसी पदमपुरी, मोटा हल्द्वू में लोगो के सैम्पल लेने के लिए कलैक्शन सेंटर भी बनाये गये हैं। तीन प्राईवेट लैबों को भी टेस्ट के लिए स्वीकृति दी गयी है। बाहर से आने वाले लोगों के साथ ही सभी विभागों, बैंको आदि के कर्मचारियों एवं अधिकारियों की भी सैम्पलिंग की जा रही है।

जिले में दो कोविड कन्ट्रोल रूम दिन-रात संचालित

डीएम ने जानकारी दी कि जनपद में होम आईसोलेशन के साथ ही प्लाज़्मा थैरेपी भी की जा रही है। अभी तक 89 कोरोना मरीजों का प्लाज़्मा थैरेपी के माध्यम से उपचार किया गया है। कोविड संक्रमण उपचार के बाद ठीक होने वाले लोगो को जागरूक कर प्लाज़्मा डोनेशन के लिए जागरूक एवं प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद में स्वास्थ्य सुविधाऐं बढ़ाने को लेकर कार्य किये जा रहे हैं। डीएम की माने तो जनपद में दो कोविड कन्ट्रोल रूम दिन-रात संचालित हैं, जिनसे महत्वपूर्ण सूचनाओं का नियमित आदान-प्रदान किया जा रहा है। इसके अलावा केन्द्र सरकार की कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बनाई गई गाइडलाइन का भी पूर्म रूप से पलान किया जा रहा है।