उत्तराखंड- ट्रेन में अकेले सफर करने वाली महिलाओं के लिए रेलवे का फैसला, शुरू किया खास मेरी सहेली मिशन

महिलाओं की सुरक्षा के लिए रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके तहत रेलवे स्टेशन और ट्रेन में अकेले सफर करने वाली महिला यात्री अब खुद को महफूज समझें, क्योंकि रेलवे ने ट्रेन से अकेले सफर करने वाली महिलाओं को सुरक्षा प्रदान कर रहा है। इसके लिए रेलवे ने मिशन मेरी सहेली की शुरुआत की
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उत्तराखंड- ट्रेन में अकेले सफर करने वाली महिलाओं के लिए रेलवे का फैसला, शुरू किया खास मेरी सहेली मिशन

महिलाओं की सुरक्षा के लिए रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। जिसके तहत रेलवे स्टेशन और ट्रेन में अकेले सफर करने वाली महिला यात्री अब खुद को महफूज समझें, क्योंकि रेलवे ने ट्रेन से अकेले सफर करने वाली महिलाओं को सुरक्षा प्रदान कर रहा है। इसके लिए रेलवे ने मिशन मेरी सहेली की शुरुआत की है। यह मिशन 18 अक्टूबर से प्रमुख रेलवे स्टेशन पर चल रहा है। प्रदेश की राजधानी देहरादून का रेलवे स्टेशन भी इसके अंतर्गत है। इस मिशन के तहत आरपीएफ और जीआरपी के सुरक्षा कर्मी महिलाओं की सुरक्षा करेंगे। इतना ही नही ये सुरक्षा कर्मी रास्ते भर महिला यात्रियों की निगरानी भी करेंगी। इससे ट्रेन में महिलाओं के साथ होने वाले अपराध में कमी आएगी।

महिला दरोगाओं को सौंपी जिम्मेदारी

मिशन मेरी सहेली के तहत महिला यात्रिओं की सुरक्षा का जिम्मा महिला दरोगाओं को सौंपी गई है। प्रत्येक स्टेशन पर एक टीम गठित की गई है। टीम में एक महिला सब इंस्पेक्टर और चार सिपाही शामिल है। यह टीम ट्रेन में अकेले सफर कर रही महिला यात्रियों को सुरक्षा के लिए सक्रिय रहेगी। मिशन मेरी सहेली के तहत बनाई गई टीम को अकेले सफर कर रही महिलाओं के ट्रेन, कोच और सीट नंबर की जानकारी डिटेल कंट्रोल से मुहैया कराई जा रही है।

यह टीम कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए भी जागरूक कर रही है। इसके साथ ही सफर के दौरान किसी भी तरह की समस्या आने पर आरपीएफ के हेल्पलाइन नंबर 182 पर सूचना देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। दून रेलवे स्टेशन के मुख्य वाणिज्यिक निरीक्षक एसके अग्रवाल ने बताया कि यह टीम शांतिपूर्वक ढंग से महिला यात्रियों की निगरानी कर रही है। ठहराव वाले स्टेशनों पर उनका हाल भी जाना जाएगा। महिलाओं की प्राइवेसी का भी ध्यान रखा जा रहा है।